छग में कोरोना में जाने गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों को मिलेगी 5 लाख की मदद,उत्तराखंड में 9 जून तक कर्फ्यू

कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच 1 जून से कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो रही है। हालांकि इसमें अभी कुछ शर्तें लागू रहेंगी, ताकि संक्रमण फिर से लोगों की जिंदगियां संकट में नहीं डाल सके। देश का पूरा मई लॉकडाउन में बीता। चूंकि अब संक्रमण की रफ्तार कम हो चुकी है, इसलिए आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने अनलॉक आवश्यक हो जाता है। इस बीच स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी लगातार फोकस बना हुआ है। ऑक्सीजन सप्लाई से लेकर दवाइयों और अन्य मेडिकल सुविधाओं में सुधार की कोशिशें लगातार जारी हैं। आइए जानते हैं संक्रमण को रोकने और गाइड लाइन का पालन कराने विभिन्न राज्य क्या कोशिशें कर रहे हैं, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं...

Asianet News Hindi | Published : May 31, 2021 3:30 AM IST / Updated: May 31 2021, 01:21 PM IST

नई दिल्ली. लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों का असर दिखाई देने लगा है। कोरोना की दूसरी लहर से देश उबरता जा रहा है। चूंकि पूरा मई लॉकडाउन में बीता और अब केस कम होते जा रहे हैं, इसलिए अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने कई राज्यों में आज से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि इसमें अभी कुछ शर्तें लागू रहेंगी, ताकि संक्रमण फिर से लोगों की जिंदगियां संकट में नहीं डाल सके। देश का पूरा मई लॉकडाउन में बीता। चूंकि अब संक्रमण की रफ्तार कम हो चुकी है, इसलिए आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने अनलॉक आवश्यक हो जाता है। इस बीच स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी लगातार फोकस बना हुआ है। ऑक्सीजन सप्लाई से लेकर दवाइयों और अन्य मेडिकल सुविधाओं में सुधार की कोशिशें लगातार जारी हैं। 


आइए जानते हैं संक्रमण को रोकने और गाइड लाइन का पालन कराने विभिन्न राज्य क्या कोशिशें कर रहे हैं, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं...

मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए रतलाम मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।

उत्तराखंड: यहां रोना कर्फ्यू 9 जून तक बढ़ा दिया गया है।

छत्तीसगढ़ः कोरोना से मरे पत्रकारों के परिजनों को 5 लाख देगी सरकार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया ऐलान। साथ ही जिन मीडिया कर्मी ने COVID19 से पीड़ित होने पर अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराया है, उनके इलाज में आये खर्च की प्रतिपूर्ति भी राज्य शासन करेगा।

ब्लैक फंगस: NCP नेता नवाब मलिक ने कहा है कि ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस का कुछ लोग निजी अस्पतालों में इसका इलाज करा रहे हैं। बहुत महंगा इलाज होने के कारण ज्यादा पैसा खर्च हो रहा है। अलग-अलग अस्पताल अलग-अलग कीमत वसूल रहे हैं। हमने मुख्यमंत्री से विनती की है कि निजी अस्पतालों में इसके इलाज के दर तय की जाए।

यूपी के 20 जिलों में 7 जून तक सख्ती : गाजीपुर, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, झांसी, प्रयागराज, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र, जौनपुर, बागपत, मुरादाबाद,  बिजनौर और देवरिया।

पंजाब: यहां 10 जून तक मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसकी घोषणा की।

तेलंगाना: 9 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इससे पहले यहां 22 मई से लॉकडाउन बढ़ाकर 30 मई तक कर दिया गया था।

जम्मू-कश्मीर:  यहां आज से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी। लेकिन संक्रमण दुबारा न फैले, इसलिए 50% कैपेसिटी के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू करने की अनुमति दी गई है।

दिल्ली. यहां आज से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो रही है। अनलॉक-1 में  निर्माण गतिविधियों और औद्योगिक इकाइयों को छूट दी गई है। जो औद्योगिक इकाइयां पहले से ही सरकार की अनुमति से चल रही हैं, वे खुली रहेंगी। बाजार, मॉल, मेट्रो अभी बंद रहेंगे। यहां 20 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था।

मध्य प्रदेश:  यहां एक जून से अनलॉक-1 की प्रक्रिया शुरू होगी। लेकिन भीड़ को रोकने धारा 144 लागू रहेगी। सरकारी दफ्तरों में 100% कर्मचारी उपस्थित हो सकेंगे। बाकी में 50% कर्मचारी रहेंगे।

महाराष्ट्र: यहां अभी भी 20000 के आसपास केस आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 18600 केस आए। संक्रमण को पूरी तरह काबू में करने यहां 15 दिन के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को इसका ऐलान किया। 

यूक्रेन ने भेजी मेडिकल हेल्प: भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं बेहतर बनाने की दिशा में कई मित्र देश मदद कर रहे हैं। इसी सिलसिले में यूक्रेन से 184 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की पहली खेप भारत पहुंची है।

भारत को अब तक मिली मदद: भारत  को 27 अप्रैल से विभिन्न देशों/संगठनों से कोविड-19 राहत चिकित्सा आपूर्तियों और उपकरणों का अंतरराष्ट्रीय सहयोग मिल रहा है। 29 मई तक कुल 18,265 ऑक्सीजन कंसट्रेटर, 19,085 ऑक्सीजन सिलेंडर, 19 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 15,256 वेंटिलेटर/बीआई पीएपी, 7.7 लाख रेमडेसिविर शीशियों, 12 लाख फेविपिराविर टैबलेट को सड़क और वायु मार्ग के माध्यम से विभिन्न राज्यों को भेजा गया। इसके अलावा दक्षिण कोरिया, भारतीय और बहरीनी संगठनों, शंघाई में भारतीय समुदाय, यूएई में भारतीय व्यापार और पेशेवर समूह, सीट्रिप और एली लिली से  ऑक्सीजन कंसट्रेटर-225 और बारिसिटिनिब-
5.6 लाख टैबलेट मिलीं।

Asianet News का विनम्र अनुरोधः आइए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोड़ेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

 

pic.twitter.com/P0CgLW9zhR

 

COVID19 pic.twitter.com/k5qiJfRpDf

 

COVID19 pic.twitter.com/AIUFnMcM4K

 

 

COVID19 pic.twitter.com/1cIOyIWBc0

 

COVID19 pic.twitter.com/Jr5uf3vGpG

 

Share this article
click me!