सैम पित्रोदा का बचाव करते हुए अधीर रंजन चौधरी खुद फंसे, नस्लीय टिप्पणी को लेकर शुरू हुई आलोचना

सैम पित्रोदा की हालिया टिप्पणियों के बचाव के बाद वह खुद बयानबाजी में फंस गए हैं। उन पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लग रहा है। बीजेपी ने उनकी कड़ी आलोचना कर कांग्रेस को घेरा है।

 

Adhir Ranjan Chowdhury controversial remark: कांग्रेस नेताओं की विवादित बयानबाजी एक बार फिर सुर्खियों में है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने नस्लीय चर्चा कर एक बार फिर नया विवाद खड़ा कर दिया है। सैम पित्रोदा की हालिया टिप्पणियों के बचाव के बाद वह खुद बयानबाजी में फंस गए हैं। उन पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लग रहा है। बीजेपी ने उनकी कड़ी आलोचना कर कांग्रेस को घेरा है।

दरअसल, भारत के विभिन्न हिस्सों के व्यक्तियों की तुलना विभिन्न जातीय समूहों से करने की पित्रोदा की सादृश्यता के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में चौधरी ने कहा- हमारे देश में प्रोटो-ऑस्ट्रेलियाई, नेग्रिटो वर्ग, मंगोलॉयड वर्ग है। अधीर रंजन चौधरी ने भारत की आबादी की विविधता पर प्रकाश डाला और भौगोलिक कारकों के कारण उपस्थिति में भिन्नता पर जोर दिया। इस टिप्पणी के बाद उन पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगा और आलोचना शुरू हो गई।

Latest Videos

 

 

भारतीय जनता पार्टी ने अधीर रंजन चौधरी पर हमला बाेलते हुए कांग्रेस की आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सैम पित्रोदा का बचाव करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने सारी हदें पार करते हुए भारतीयों को नीग्रो और काला-गोरा कहा। 

 

 

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने भारतीयों के लिए बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है जोकि काफी असंसदीय शब्द है। 

यह भी पढ़ें:

एयर इंडिया एक्सप्रेस का बड़ा ऐलान: 25 क्रू मेंबर्स को किया बहाल, कर्मचारियों के अघोषित हड़ताल से 170 से अधिक फ्लाइट्स हुई कैंसिल

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

शर्मनाक! सामने बैठी रही महिला फरियादी, मसाज करवाते रहे इंस्पेक्टर साहब #Shorts
महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका
SC on Delhi Pollution: बेहाल दिल्ली, कोर्ट ने लगाई पुलिस और सरकार को फटकार, दिए निर्देश
Maharashtra Election: CM पद के लिए कई दावेदार, कौन बनेगा महामुकाबले के बाद 'मुख्य' किरदार
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?