एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने पीएम मोदी से हुए मुलाकात को लेकर खुलासा किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने साथ आकर काम करने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था।
मुंबई. विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद एक माह तक महाराष्ट्र में चला सियासी ड्रामा शिवसेना-एनसीपी- कांग्रेस के गठबंधन में सरकार गठन के बाद समाप्त हो चुका है। इन सब के बीच एक माह तक चले पूरे घटनाक्रम के राज से पर्दा उठता जा रहा है। जिसमें एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने नया खुलासा किया है। गौरतलब है कि शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर अजित पवार के समर्थन से सरकार बना ली। तब चर्चाओं का बाजार गर्म था कि शरद पवार और नरेंद्र मोदी की मुलाकात में गठबंधन पर मुहर लगी।
अटकलें थी कि पवार बनेंगे अगले राष्ट्रपति
महाराष्ट्र में अजित पवार और फडणवीस की सरकार बनने के बाद अटकलें यह लगाई जाने लगीं कि पीएम मोदी ने शरद पवार को अगला राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि शरद पवार ने तब सफाई देते हुए स्पष्ट किया था कि यह अजित पवार का निजी फैसला बताया था। शरद पवार ने लगातार विधायकों के साथ बैठकें की और शिवसेना, कांग्रेस के साथ नई सरकार का रास्ता साफ किया।
पीएम ने साथ काम करने का रखा था प्रस्ताव
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम से हुई मुलाकात पर खुलकर बात की। पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने साथ आकर काम करने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था। मुझे राष्ट्रपति बनाने जैसी कोई बात नहीं हुई थी। शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी का प्रस्ताव मैंने खारिज कर दिया था। एनसीपी के अध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री से कहा कि हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं, वह अच्छे ही रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ आकर काम करना संभव नहीं है। गौरतलब है कि सुप्रिया सुले शरद पवार की पुत्री हैं। सुप्रिया पुणे की बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं।