
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 12 जून 2025 को एक बड़ा विमान हादसा हुआ। एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद ही रहस्यमय हालात में क्रैश हो गई। विमान में कुल 242 यात्री, 10 क्रू और 2 पायलट सवार थे।
कैप्टन सुमीत सभरवाल (Captain Sumeet Sabharwal) इस फ्लाइट के मुख्य पायलट थे। उनके पास 200 घंटों का उड़ान अनुभव था। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लाइट की कमान उड़ान भरते वक्त उन्हीं के पास थी। उनका रिकॉर्ड अब जांच एजेंसियों की निगरानी में है।
को-पायलट क्लाइव कुंदर (Co-Pilot Clive Kundar) इस फ्लाइट में फर्स्ट ऑफिसर की भूमिका में थे। बताया जा रहा है कि उनके पास महज़ 11 घंटे का फ्लाइंग अनुभव था। उनकी भूमिका और प्रतिक्रिया अब जांच का बड़ा हिस्सा बन चुकी है।
रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट ने रनवे 23 से दोपहर 1:39 बजे (भारतीय समयानुसार) टेकऑफ किया। टेकऑफ के तुरंत बाद पायलट्स ने एटीसी को 'मेडे कॉल' भेजा, लेकिन उसके बाद विमान ने कोई जवाब नहीं दिया।
हादसे के तुरंत बाद घटनास्थल से धुएं के घने बादल उठते देखे गए। चश्मदीदों के मुताबिक, विमान एयरपोर्ट की परिधि से बाहर जाकर एक खाली ज़मीन पर गिरा, जिससे जोरदार धमाका हुआ।
सोशल मीडिया पर सामने आईं तस्वीरों और वीडियो ने इस क्रैश की भयावहता को उजागर कर दिया। जलता हुआ मलबा, धुएं का गुबार और चीख-पुकार भरे पल लोगों को झकझोर गए।
जांच एजेंसियों के अनुसार, हादसे की वजह तकनीकी खराबी या मानवीय चूक हो सकती है। कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर दोनों के अनुभव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। क्या अपर्याप्त अनुभव बना इस भयावह हादसे की जड़?
भारतीय DGCA और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी NTSB ने मिलकर हादसे की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। फ्लाइट रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) और CVR की जांच से कई अहम सुराग सामने आने की उम्मीद है।
यह हादसा भारत में हुए पहले के कई विमान हादसों की याद दिलाता है। क्या सुरक्षा मानकों में लापरवाही अब भी जारी है? यह सवाल अब सोशल मीडिया से लेकर संसद तक गूंजने लगा है।
सरकार और एयर इंडिया ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को संवेदनाएं प्रकट की हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायल यात्रियों को इलाज के लिए शहर के प्रमुख अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।