सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई? एम्स की लीक रिपोर्ट के बाद इस सवाल से सस्पेंस कुछ हद तक खत्म होता दिख रहा है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि आखिर क्यों कहा जा रहा है कि सुशांत ने आत्महत्या की। आत्महत्या की थ्यौरी को उस कुर्ते से जुड़ी फॉरेंसिक रिपोर्ट से जोड़कर देखा जा रहा है, जो सुशांत के गले से मिला था। कुर्ते के टेंसिल स्ट्रेंथ की पड़ताल की गई थी।
नई दिल्ली/मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई? एम्स की लीक रिपोर्ट के बाद इस सवाल से सस्पेंस कुछ हद तक खत्म होता दिख रहा है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि आखिर क्यों कहा जा रहा है कि सुशांत ने आत्महत्या की। आत्महत्या की थ्यौरी को उस कुर्ते से जुड़ी फॉरेंसिक रिपोर्ट से जोड़कर देखा जा रहा है, जो सुशांत के गले से मिला था। कुर्ते के टेंसिल स्ट्रेंथ की पड़ताल की गई थी। इसका मतलब है कि यह पता लगाया गया कि कुर्ता कितना वजह उठा सकता है। जवाब मिला कि कुर्ता 200 किलो का वजह उठा सकता है और सुशांत का वजह से इसके आधे से भी कम था।
कुर्ते के फाइबर की भी जांच की गई
कुर्ते के फाइबर की भी जांच की गई और यही फाइबर सुशांत के गले के इर्द गिर्द भी मिला, जिसके बाद सुशांत की खुदकुशी की थ्यौरी को और भी ज्यादा बल मिलता है।
डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने रिपोर्ट में क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एम्स की सात डॉक्टरों की टीम ने बीते दिनों अपनी एक रिपोर्ट में ये कहा कि सुशांत की मौत आत्महत्या करने से ही हुई है। हत्या जैसी कोई बात नहीं है।
डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने पहले क्या कहा था?
इस बीच रिपब्लिक मीडिया ने खुलासा किया कि 22 अगस्त को उनके एक रिपोर्टर से बातचीत में सुधीर गुप्ता ने कहा कि था कि सुशांत सिंह मामले में न तो घटनास्थल को सील किया गया और ना ही सबूतों को सुरक्षित रखा गया। इस मामले में जो सबूत हैं वो जांच के लायक ही नहीं हैं। मुंबई पुलिस की रिपोर्ट में कई खामियां हैं।
सुशांत की मौत कब हुई?
मुंबई पुलिस ने कूपर हॉस्पिटल के उन डॉक्टरों से बात की थी जिन्होंने पोस्टमार्टम किया था। डॉक्टरों ने जवाब दिया कि सुशांत की मौत उनका पोस्टमार्टम किए जाने के वक्स से करीब 10 से 12 घंटे पहले हुई थी।
14 जून की रात साढ़ ग्यारह बजे हुआ था पोस्टमार्टम
डॉक्टर्स ने बताया था कि अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक, सुशांत सिंह का पोस्टमार्टम उनकी मौत से करीब 10 से 12 घंटे बाद 14 जून की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे किया गया था।