वायु सेना प्रमुख ने कहा, "DRDO को बनाना चाहिए एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट"

वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने मंगलवार को भारतीय वायुसेना को सफल हथियार प्रणाली देने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रशंसा की और कहा कि डीआरडीओ को पांचवीं पीढ़ी का उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) बनाना चाहिए।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 16, 2019 9:05 AM IST / Updated: Oct 16 2019, 03:07 PM IST

नई दिल्ली(New Delhi). वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने मंगलवार को भारतीय वायुसेना को सफल हथियार प्रणाली देने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रशंसा की और कहा कि डीआरडीओ को पांचवीं पीढ़ी का उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) बनाना चाहिए।

उन्होंने यहां डीआरडीओ निदेशकों के सम्मेलन में कहा कि भविष्य में प्रौद्योगिकी नेतृत्व का मतलब होगा कि यह हमें प्रतिकूल परिस्थितियों में एक तकनीकी ताकत उपलब्ध करायेगा।

उन्होंने कहा, “डीआरडीओ के साथ वायुसेना के जुड़ाव का एक लंबा इतिहास है। 70 के दशक में हम अपने प्रतिद्वंद्वियों के पीछे थे और फिर डीआरडीओ ने कदम रखा और हमें इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली दी, जिससे हमें तकनीकी बराबरी मिली।”

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि सरल राडार चेतावनी प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली ने भारतीय वायुसेना के अभियानों का स्वरूप बदल दिया।

उन्होंने कहा, “अब एएमसीए की बारी है, ये डीआरडीओ की परियोजना है। और हम इसे पांचवी पीढ़ी का कहते हैं, सिर्फ इसलिए ये मतलब नहीं है कि हम पांचवी पीढ़ी तक सीमित हैं। हो सकता है कि ये छठी पीढ़ी की प्रौद्योगिकी हो। हम बस इसे पांचवी पीढ़ी का कहते हैं। और, डीआरडीओ को इसे साकार करना ही होगा, क्योंकि न सिर्फ आपका, बल्कि भारतीय वायुसेना का स्वाभिमान भी दांव पर लगा है।”


[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]

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