
Air India Boeing 787 Door Malfunction: एयर इंडिया के दो वरिष्ठ फ्लाइट फ्लाइट अटेंडेंट्स ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक चौंकाने वाला पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (VT-ANQ) के दरवाजे में तकनीकी खराबी के बारे में सच बोलने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। यह घटना 14 मई 2024 की बताई जा रही है, जब मुंबई-लंदन फ्लाइट AI-129 लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर पहुंची थी।
क्रू का आरोप है कि यात्रियों के उतरने के बाद L4 दरवाजा मैन्युअल मोड में खोला गया था लेकिन उसके बावजूद Slide Raft अपने आप डिप्लॉय हो गया जो सामान्यतः ऑटोमैटिक या आर्म्ड मोड में होने पर होता है।
इस घटना को पहले कमांडर और केबिन-इन-चार्ज ने लिखित रूप में सत्यापित किया, लेकिन जब उन्होंने सच्चाई बताई, तो उन्हें कथित रूप से धमकाया गया कि अगर बयान नहीं बदला तो टर्मिनेट कर दिए जाओगे।
फ्लाइट अटेंडेंट्स का कहना है कि बयान बदलने से इनकार करने पर उन्हें शो-कॉज नोटिस थमा दिया गया और 48 घंटे के भीतर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। यह सब कुछ 12 जून 2024 को हुआ, ठीक एक साल पहले जब अहमदाबाद एयर इंडिया AI-171 क्रैश में 272 लोगों की मौत हुई थी।
शिकायतकर्ताओं का दावा है कि DGCA और एयर इंडिया ने घटना को दबाने की कोशिश की और कोई औपचारिक जांच रिपोर्ट आज तक साझा नहीं की गई।
उनका यह भी आरोप है कि प्रमुख गवाहों को जांच से बाहर रखा गया और DGCA ने सिर्फ एक अनौपचारिक जांच की शुरुआत की। दोनों अटेंडेंट्स ने इस मामले की शिकायत पिछले साल Central Vigilance Commission (CVC) में दर्ज कराई थी।
दोनों फ्लाइट अटेंडेंट्स एयर इंडिया में 20 से अधिक वर्षों तक सेवा दे चुके हैं। उनका कहना है कि इस घटना ने उनकी पेशेवर छवि और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को गहरा नुकसान पहुंचाया है।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर को लेकर पहले भी तकनीकी समस्याओं और सेफ्टी इश्यूज़ के आरोप लग चुके हैं, खासकर स्लाइड सिस्टम और डोर से संबंधित मामलों को लेकर।