अग्निवीरों की भर्ती के मामले में देश में व्यापक विरोध हो रहा है। इस बीच एयरफोर्स ने 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच के लिए प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान कर दिया है।
नई दिल्ली. तीनों सेनाओं में अग्निवीरों की भर्ती का मामला राजनैतिक रंग ले चुका है। रविवार को कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर इसका विरोध किया, वहीं विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। बिहार में युवाओं का विरोध हिंसात्मक हो गया और कई राज्यों में विरोध जारी है। केंद्र सरकार लगातार अग्निवीर स्कीम के फायदे बताने की कोशिश कर रही है। रविवार को इस पर सेना का भी बयान आया है।
एयरफोर्स में शुरू होगी भर्ती
एयर मार्शल एसके झा के बयान के अनुसार भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से होगी। उसी के तहत उस पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फेज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। वहीं सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरूण पुरी ने कहा है कि अग्निवर को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
समय से पहले रिटायरमेंट ले रहे लोग
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने यह भी कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की है कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। वहीं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि स्वर्णिम भविष्य बनाने का मौका हमारे युवाओं को मिल रहा है। अगर आपको योजना के बारे में कमी लगती है तो आप हमें बताएं। यह कौन सा तरीका है, बसें, ट्रेनें जला रहे हैं, राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान हो रहा है। ऐसे में तो कई जगह दिक्कतें आएंगी।
नकवी बनाम ओवैसी
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी से आपकी सियासी एलर्जी हो सकती है। लेकिन नौजवानों की सकारात्मक एनर्जी के खिलाफ आप साजिश करेंगे तो अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रांची में कहा कि मोदी सरकार देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। 4 साल के लिए क्या सिखेगा कोई? आप झूठ बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री से कहूंगा खिलवाड़ मत करिए। आप ने नोटबंदी की तो 50 लाख लोगों की नौकरी चली गई।
अठावले बनाम अशोक गहलोत
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए सरकार ने यह योजना बनाई है। सरकार ने यह योजना एक अच्छी भावना से बनाई थी लेकिन नौजवानों में गलतफहमी हो गई है कि 4 साल की नौकरी से क्या होगा? इसमें उम्र सीमा बढ़ाने के साथ 10% आरक्षण भी रखा गया है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश के नौजवानों में अग्निपथ योजना को लेकर आक्रोश है। PM और गृहमंत्री को समझना चाहिए और इसे वापस लेना चाहिए। बिना चर्चा किए जल्दबाजी में ये फैसला लिया गया जिसे सभी ने अस्वीकार कर दिया। सरकार इस पर चर्चा कर इस योजना को तुरंत वापस लें।
तेजस्वी यादव के तीखे बोल
अग्निपथ योजना पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कहा कि केंद्र सरकार बताए कि 4 साल के लिए बहाल होने वाले युवकों को नियमित रूप से सेना में भर्ती होने वाले युवकों की ही तरह नियमित छुट्टी मिलेगी। इस योजना में सिर्फ सैनिक को 4 साल के लिए क्यों रखा जा रहा बड़े अफसर को भी रखा जाए।
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