प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज 44वें शतरंज ओलंपियाड के ऐतिहासिक मशाल रिले का शुभारंभ किया। वहीं पीएम मोदी ने दिल्ली में महत्वपूर्ण अंडरपास का उद्धाटन किया।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार की शाम को 44वें शतरंज ओलंपियाड का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ओलंपियाड के ऐतिहासिक मशाल रिले को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। भारत पहला ऐसा देश है जो चेस ओलंपियाड के टार्च रिले का आयोजन कर रहा। चेस ओलंपियाड टार्च ओलंपिक परंपरा में शामिल रहा है लेकिन चेस ओलंपियाड में इसका कभी प्रयोग नहीं किया गया। इंटरनेशनल चेस बाडी ने इस बार स्वीकृति दी है और भारत को यह पहला मौका मिला है।
इसके पीछे क्या रही वजह
भारतीय शतरंज खिलाड़ियों का लोहा पूरी दुनिया मानती है। एक अधिकारी ने बताया कि चेस ओलंपियाड की मशाल रेस भारत के विभिन्न हिस्सों से होते हुए उस जगह पहुंचेगी, जहां इसका आयोजन किया जा रहा है। FIDE प्रेसीडेंट आर्केडी द्वोकोविच यह टार्च प्रधानमंत्री को सौंपेंगे। जिसे वे ग्रैंड मास्टर विश्नाथन आनंद के सुपुर्द करेंगे। यह मशाल देश 75 शहरों से होती हुई 40 दिन बाद चेन्नई के महाबलीपुरम पहुंचेगी, जहां चेस के ग्रैंडमास्टर इसे रीसीव करेंगे।
चेन्नई में होगा आयोजन
44वें चेस ओलंपियाड का आयोजन चेन्नई में 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 1927 से ही आयोजित की जा रही है। यह भारत में पहली बार आयोजित किया जा रहा है जबकि एशिया 30 साल बाद इसकी मेजबानी करेगा। इस बार के ओलंपियाड में कुल 189 देश हिस्सा ले रहे हैं। यह संख्या अब तक आयोजित किसी भी ओलंपियाड से ज्यादा है।
ट्रांजिट कारिडोर का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और 5 अंडरपास का उद्घाटन किया है। यह कारिडोर प्रगति मैदान के रिडेवलपमेंट का हिस्सा है। इससे प्रगति मैदान में आवागमन बेहद आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग समेत पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित किया। केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित प्रगति मैदान इंटिग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की निर्माण लागत 920 करोड़ रुपये हैं।
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