महाराष्ट्र में एक बड़े उलटफेर के साथ सत्ता को लेकर 30 दिन से चल रहा सियासी ड्रामा खत्म हो गया। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री और एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली।
मुंबई. महाराष्ट्र में एक बड़े उलटफेर के साथ सत्ता को लेकर 30 दिन से चल रहा सियासी ड्रामा खत्म हो गया। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री और एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। माना जा रहा है कि भाजपा को समर्थन देने के बारे में अजित पवार ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी इसकी जानकारी नहीं दी।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि शरद पवार भतीजे अजित पवार को एनसीपी से बाहर कर सकते हैं। शरद पवार ने 4.30 बजे पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है।
पत्र का गलत इस्तेमाल हुआ
इससे पहले एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमने अटेंडेंस के लिए विधायकों के हस्ताक्षर लिए थे। इस पत्र का शपथ ग्रहण के लिए गलत इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि ये सरकार धोखे से बनाई गई है, सारे विधायक हमारे साथ हैं। ये सरकार फ्लोर पर हार जाएगी।
परिवार और पार्टी में टूट- सुप्रिया सुले
इस राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एनसीपी नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी पार्टी और परिवार में टूट के संकेत दिए। उन्होंने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा, पार्टी और परिवार में टूट। उन्होंने आगे लिखा, जीवन में पहली बार ऐसा धोखा देखा।