8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राजद नेता तेज प्रताप यादव ने विकास के एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने कहा, राज खुलने के डर से सरकार को बचाने के लिए यह कार पलटाई गई है।
कानपुर. 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, राजद नेता तेज प्रताप यादव ने विकास के एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने कहा, राज खुलने के डर से सरकार को बचाने के लिए यह कार पलटाई गई है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।
प्रियंका बोलीं- अपराध और उसको संरक्षण देने वालों का क्या?
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा, सरकार को पलटने से बचाने के लिए कार का पलटना जरूरी था।
दिग्विजय सिंह ने भी उठाए सवाल
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?
कैसे हुआ कार का एक्सीडेंट
विकास दुबे को सड़क रास्ते से उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था। एसएसपी कानपुर दिनेश कुमार ने बताया, कार काफी रफ्तार से आ रही थी। उसी वक्त डिवाइडर से टकराकर कार पलट गई। इस दौरान कार में सवार पुलिसकर्मी और एसटीएफ के अफसर भी जख्मी हो गए। इसका फायदा उठाकर विकास दुबे भागने की फिराक में था।
पुलिस ने आत्मसमर्पण के लिए कहा, नहीं माना
बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, तो पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। लेकिन विकास दुबे नहीं माना। उसने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
क्या किया था विकास दुबे ने?
कानपुर देहात के बिकरू गांव में 2 जुलाई को पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। लेकिन विकास को इसकी सूचना पहले से लग गई। विकास और उसके साथी पहले से तैनात हो गए। जैसे ही पुलिस विकास के घर पहुंची। विकास और उसके आसपास के घरों से फायरिंग शुरू हो गई। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। हमलावर पुलिस के हथियार भी लूट ले गए थे।