असम में अलकायदा से जुड़े अंसारुल इस्लाम के 12 जिहादी अरेस्ट, मदरसे से ऑपरेट हो रही थीं आतंकी साजिशें

असम में बांग्लादेश बेस्ड आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 जिहादियों को पकड़ा गया है। असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में 2 बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। इनमें एक आरोपी मदरसा चलाता था।

Amitabh Budholiya | Published : Jul 29, 2022 3:15 AM IST / Updated: Jul 29 2022, 08:47 AM IST

मोरीगांव/बारपेटा/गुवाहाटी. असम के दो जिलों से बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम( Bangladesh-based terror group Ansarul Islam) से जुड़े 12 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया है। मोरीगांव जिले से सात अन्य लोगों को भी इसी संगठन के लिंकमैन होने के संदेह में पकड़ा गया था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा(Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान(nationally coordinated operation) में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। एसपी अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 12 संदिग्ध जिहादियों में से 10 को बारपेटा जिले के जानिया इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को गुवाहाटी से हिरासत में लिया गया।

मोरीगांव जिला पुलिस प्रमुख अपर्णा नटर्जन ने कहा कि मोइराबाड़ी थाने के सोरुचोला गांव में एक निजी मदरसा चलाने वाले एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लगाया गया है। गिरफ्तार किया गया मुफ्ती मुस्तफा(पहली तस्वीर) अंसारुल इस्लाम से जुड़े फाइनेंसियल ट्रांजिक्शन और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल था। यह संगठन भारतीय उपमहाद्वीप के एक बड़े आतंकी संगठन अल-कायदा(AQIS) से जुड़ा है। सात अन्य लोग, जिन्हें पुलिस ने अंसारुल इस्लाम से जुड़े होने के संदेह में गिरफ्तार किया था, सभी गांव के एक अन्य मदरसे के शिक्षक हैं।

मदरसे से ऑपरेट हो रही थी साजिशें
2019 के बाद से मुस्तफा ने अंसारुल इस्लाम के कार्यकर्ताओं अमीरुद्दीन अंसारी और मामून राशिद के साथ कई वित्तीय लेनदेन किए थे, जिन्हें कुछ महीने पहले क्रमशः कोलकाता और बारपेटा में गिरफ्तार किया गया था। मुस्तफा के बैंक खातों को जब्त कर लिया गया है और उनका विश्लेषण किया जा रहा है। नटराजन ने कहा, जांच के दौरान यह भी पता चला है कि उसने मदरसे में एक विदेशी 'वांछित व्यक्ति' को भी शरण दी थी, जो भागने में कामयाब हो गया था। गिरफ्तारियां बुधवार से की गई हैं।

मदरसे बने आतंक का गढ़
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया को बताया कि यह एक 'राष्ट्रीय स्तर पर ज्वाइंट ऑपरेशन था, जिसमें राज्य में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि  कुछ कट्टरपंथी बांग्लादेश को अस्थिर करने के लिए एक्टिव हैं। इनसे बॉर्डर से सटे असम को नुकसान का सामना करना पड़ता है। हालांकि, हम उन्हें पकड़ने और मॉड्यूल को नष्ट करने के लिए सतर्क हैं। सरमा ने कहा कि दो दिन पहले असम के एक युवक को बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था, जबकि संगठन से जुड़े एक अन्य व्यक्ति को बुधवार को राज्य के बोंगाईगांव से पकड़ा गया था।

उन्होंने कहा कि जिस मदरसे से मुस्तफा को गिरफ्तार किया गया था, वह निजी है। इसे बंद कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि इसके छात्रों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। असम में कुछ समय पहले सभी सरकारी मदरसों को बंद कर दिया गया है। यह बारपेटा में था, जहां अंसारुल इस्लाम के पांच कथित सदस्यों, जिन्हें पहले अंसारुल बांग्ला टीम कहा जाता था, को मार्च में गिरफ्तार किया गया था। तब से इससे जुड़े 30 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है। पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने मार्च में कहा था कि वे ब्लॉगर्स, कलाकारों, कवियों और उन लोगों की हत्या में शामिल थे, जो कट्टरवाद में शामिल नहीं होते थे।

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