रामदेव ने PAK के जिन 4 राज्यों के टुकड़ों की बात की; वहां के NGO HelpingHandUSA का सामने आ रहा लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन

योग गुरु बाबा रामदेव ने पाकिस्तान के जिन 4 राज्यों के टुकड़े होने की भविष्यवाणी है, वहां काम करने वाले एक अमेरिकी NGO का आतंकी संगठनों के साथ कनेक्शन का मामला सामने आ रहा है। खुद एक अमेरिकी सांसद ने यह आरोप लगाया है।

Amitabh Budholiya | Published : Jan 27, 2023 3:27 AM IST / Updated: Jan 27 2023, 08:58 AM IST

वाशिंगटन/हरिद्वार. योग गुरु बाबा रामदेव ने पाकिस्तान के जिन 4 राज्यों के टुकड़े होने की भविष्यवाणी है, वहां काम करने वाले एक अमेरिकी NGO का आतंकी संगठनों के साथ कनेक्शन का मामला सामने आ रहा है। खुद एक अमेरिकी सांसद ने आरोप लगाया कि HHRD नामक यह एनजीओ 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। पढ़िए चौंकाने वाली खबर...

पहले जानिए बाबा रामदेव का बयान

पिछले कुछ घंटों में पाकिस्तान, आतंकवाद और अमेरिका से जुड़ीं कई खबरें सामने आई हैं।अमेरिका ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए सोमालिया में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन ISIS के सरगना अल-सुदानी सहित 10 अन्य आतंकवादियों का मार गिराया है। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन(Secretary of Defense Lloyd Austin) ने गुरुवार को एक बयान में इस खबर पर मुहर लगा दी। वहीं, गुरुवार को ही योग गुरु बाबा रामदेव ने हरिद्वार में दावा किया कि पाकिस्तान के 4 टुकड़े होंगे। बाबा ने कहा- बलूचिस्तान, PoK, पंजाब, सिंध अब एक अलग राष्ट्र बनने वाले हैं। रामदेव ने कहा कि पाकिस्तान छोटा सा देश रह जाएगा। रामदेव ने दावा किया कि जल्द ही PoK का भारत में विलय होगा। यानी पंजाब-सिंध और बलूचिस्तान भारत का हिस्सा होंगे। आगे पढ़िए एक एनजीओ का आतंकी कनेक्शन...

HHRD पर आतंकी संगठनों से जुड़े होने के आरोप

एक अमेरिकी सांसद ने चौंकाने वाला आरोप लगाया है कि पाकिस्तान स्थित एक अमेरिकी एनजीओ इंटरनेशनल डेवलपमेंट के नाम पर यूएस एजेंसी से मानवीय सहायता(humanitarian aid) प्राप्त कर रहा है, लेकिन उसका लिस्टेड आतंकवादी संगठनों(designated terrorist organisations) से कनेक्शन है।

24 जनवरी को USAID एडमिनिस्ट्रेटर समांथा पावर(USAID Administrator Samantha) को लिखे एक पत्र में हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष कांग्रेसी माइकल मैककॉल ने इन आरोपों की पूर्ण और गहन समीक्षा के लिए एनजीओ की फंडिंग रोकने की की मांग की।

मैककॉल ने कहा, "इन आरोपों की पूर्ण और गहन समीक्षा लंबित होने तक इस पुरस्कार(फंडिंग) को तुरंत निलंबित कर दिया जाना चाहिए।"

पत्र में कांग्रेसी ने गहरी चिंता व्यक्त की कि यूएसएड को उनके कार्यालय से 8 महीने से अधिक समय पहले पुख्ता आरोपों के बारे में जानकारी मिली थी कि इसका एक ग्रांट प्राप्त करने वाला NGO नामित आतंकवादी संगठनों से जुड़ा हुआ है।

अक्टूबर 2021 में, USAID ने महासागर भाड़ा प्रतिपूर्ति कार्यक्रम(Ocean Freight Reimbursement Program) के माध्यम से हेल्पिंग हैंड फॉर रिलीफ एंड डेवलपमेंट (HHRD) को 110,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार दिया था।

उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार लंबे समय तक विस्तृत आरोपों के बावजूद दिया गया था कि एचएचआरडी नामित आतंकवादी संगठनों, आतंकवादी फाइनेंसरों और चरमपंथी समूहों से जुड़ा हुआ है।

उन्होंने लिखा-नवंबर 2019 में, कांग्रेस के तीन सदस्यों ने अनुरोध किया था कि विदेश विभाग एक सार्वजनिक पत्र में आतंकवाद के इन कथित संबंधों की समीक्षा करे। कृपया एचएचआरडी को मिलने वाले इन अनुदानकी व्यक्तिगत रूप से तुरंत समीक्षा करें। मैं पुरजोर आग्रह करता हूं कि जब तक आप आरोपों की गहन समीक्षा पूरी कर लें, तब तक आप इस अनुदान को रोक दें, जिसमें खुफिया समुदाय, संघीय कानून प्रवर्तन, स्टेट डिपार्टमेंट काउंटर टेररिज्म ब्यूरो और डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के साथ समन्वय शामिल है।''

एचएचआरडी, एक टॉप 4-स्टार रेटेड यूएसए एनजीओ आंतरिक मंत्रालय के साथ पाकिस्तान में रजिस्टर्ड है। यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अलावा पाकिस्तान के सभी चार प्रांतों-बलूचिस्तान, पंजाब, सिंध, खैबर पख्तूनख्वा में मौजूद है।

आरोपों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान में एचएचआरडी कार्यक्रमों के कुछ प्रायोजकों में फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) शामिल है, जो लश्कर-ए-तैयबा की धर्मार्थ शाखा है। यह 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी संगठन है। 2016 में अमेरिका ने FIF को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया था।

2019 में अमेरिकी कांग्रेस के कई सदस्यों ने अमेरिकी विदेश विभाग को एक पत्र भेजा था, जिसमें एचएचआरडी की आगे की जांच का आह्वान किया गया। इसमें पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों पर प्रकाश डाला गया कि एनजीओ ने फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन और मिल्ली मुस्लिम लीग दोनों के साथ पाकिस्तान में एक सम्मेलन आयोजित किया था।

ये लश्कर-ए-तैयबा की दो ब्रांच हैं, जिन्हें अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित किया गया है। मैककॉल के पत्र ने एचएचआरडी के जमात-ए-इस्लामी की आधिकारिक धर्मार्थ शाखा अल-खिदमत के साथ संबंधों के बारे में भी चिंता जताई।

यह भी पढ़ें

US मिलिट्री ऑपरेशन: सोमालिया में ISIS का टॉप लीडर बिलाल-अल-सुदानी सहित 10 आतंकवादी मारे गए

कंगाल हो रहे पाकिस्तान में डॉलर की कीमत 255 रुपया, दाने-दाने के मोहताज लोग बिजली को भी तरसे

 

Share this article
click me!