अमित शाह ने कहा, हम लोगों के भाग्य में देश के लिए मरना नहीं है, मगर देश के लिए जीना ईश्वर ने हम पर छोड़ा है

गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल लाइब्रेरी में शौर्याजंलि कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, देश की जनता सुभाष बाबू को इतने साल के बाद भी उतने ही प्यार और सम्मान से याद करती है जितना वे जीवित थे और संघर्ष करते थे तब करती थी। बहुत प्रयास हुआ कि उनको भुला दिया जाए लेकिन उनका व्यक्तित्व, काम और बलिदान कोई कितना भी प्रयास करे भारतवासियों के मन में वैसे ही रहेगा। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 19, 2021 8:09 AM IST / Updated: Feb 26 2021, 10:51 AM IST

कोलकाता. गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल लाइब्रेरी में शौर्याजंलि कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, देश की जनता सुभाष बाबू को इतने साल के बाद भी उतने ही प्यार और सम्मान से याद करती है जितना वे जीवित थे और संघर्ष करते थे तब करती थी। बहुत प्रयास हुआ कि उनको भुला दिया जाए लेकिन उनका व्यक्तित्व, काम और बलिदान कोई कितना भी प्रयास करे भारतवासियों के मन में वैसे ही रहेगा। 

सुभाष बाबू के जीवन से क्या सीख सकते हैं?

"सरकार ने एक कमेटी बनाई है जो यह सुनिश्चित करेगी की सुभाष बाबू के जीवन, उनके काम और उनसे जो देशभक्ति के संस्कार मिले हैं उससे प्रेरणा लेकर भारतीय देश को महान बनाने में अपना योगदान देते रहें। मैं युवा पीढ़ी से कहना चाहता हूं कि एक बार सुभाष बाबू के जीवन को पढ़िए।"

हम देश के लिए जीना तय करें, यही श्रद्धांजलि

"हम लोगों के भाग्य में देश के लिए मरना नहीं है, मगर देश के लिए जीना ईश्वर ने हम पर छोड़ा है। जिन्होंने देश के लिए अपनी जान का बलिदान दिया, उसका स्मरण करके हम बाकी का जीवन देश के लिए जीना तय कर दे, तो उनके बलिदान को इससे बड़ी श्रद्धांजलि कोई नहीं हो सकती है।"

बंगाली अभिनेता यश दासगुप्ता ने गृह मंत्री अमित शाह से कोलकाता में मुलाकात की। यश दासगुप्ता हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।

 

अमित शाह ने नेशनल लाइब्रेरी से साइकिल रैली को झंडा दिखाकर रवाना किया।
 

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