अमित शाह बोले- रैली का बिहार चुनाव से कोई लेना देना नहीं, यह जनता को कोरोना से जंग में जोड़ने के लिए

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को वर्जुअल रैली (बिहार जनसंवाद रैली) की। इस दौरान उन्होंने कहा, इस रैली का संबंध बिहार चुनाव से नहीं है। यह रैली कोरोना के खिलाफ जंग के लिए लोगों को जोड़ने और उनके हौसले बुलंद करने के लिए है। भाजपा जनसंवाद में, जनसंपर्क में विश्वास रखती है। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 7, 2020 11:23 AM IST / Updated: Jun 07 2020, 05:12 PM IST

पटना. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को वर्जुअल रैली (बिहार जनसंवाद रैली) की। इस दौरान उन्होंने कहा, इस रैली का संबंध बिहार चुनाव से नहीं है। यह रैली कोरोना के खिलाफ जंग के लिए लोगों को जोड़ने और उनके हौसले बुलंद करने के लिए है। भाजपा जनसंवाद में, जनसंपर्क में विश्वास रखती है। 

अमित शाह ने कहा, भारत के राजनीतिक इतिहास में यह पहली वर्चुअल रैली है। मैं बिहार के कार्यकर्ताओं का स्वागत करता हूं। मैं कोरोना के कारण जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। करोड़ो कोरोना वॉरियर्स को सलाम करता हूं।

आप भी वर्चुअल रैली कर लेते- शाह
शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, जो वक्रदृष्टा लोग इसमें भी राजनीति देखते हैं, उन्हें मैं कहता हूं कि किसने उन्हें रोका है, दिल्ली में बैठकर मौज करने की जगह, दिल्ली से लेकर पटना और दरभंगा की जनता को जोड़ने के लिए एक वर्चुअल रैली ही कर लेते। 

कांग्रेस और राजद पर ली चुटकी
अमित शाह ने कांग्रेस और राजद पर चुटकी लेते हुए कहा, आज जब मैं वर्चुअल रैली के माध्यम से आपसे संवाद कर रहा हूं तब कुछ लोगों ने अभी थाली बजाकर इस रैली का स्वागत किया है। मुझे अच्छा लगा कि देर-सवेर मोदी जी की अपील को उन्होंने माना। दरअसल, अमित शाह की इस रैली का राजद ने थाली बजाकर और कांग्रेस ने काला गुलाल उड़ाकर विरोध किया है।

बिहार ने लोकतंत्र स्थापित करने का काम किया- शाह
उन्होंने कहा, आजादी के बाद जब कांग्रेस पार्टी की नेता इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटने का प्रयास किया था तब बिहार की जनता ने ही जेपी आंदोलन करके फिर से एक बार लोकतंत्र को स्थापित करने का काम किया।

'बिहार ने हमेशा नेतृत्व किया'
शाह ने कहा, बिहार की धरती ने ही पहली बार दुनिया को लोकतंत्र का अनुभव कराया। जहां महान मगध साम्राज्य की नींव डाली गई। इस भूमि ने हमेशा भारत का नेतृत्व किया है। उन्होंने कहा, 2014 और 2019  में एनडीए को जनादेश देकर सरकार बनाने में योगदान के लिए बिहार की जनता को धन्यवाद कहना चाहता हूं।

हर नींव में बिहार के प्रवासी मजदूरों के पसीने की महक
अमित शाह ने कहा, मैं आज ये कहना चाहता हूं कि देश के किसी भी विकसित हिस्से दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु जाएंगे, उसकी नींव में बिहार के प्रवासी मजदूरों के पसीने की महक आएगी। 

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