अमित शाह बोले- भाजपा के 300 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई, हम इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीकों से देंगे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दो दिन का बंगाल दौरा रविवार को खत्म हो गया। इस दौरान अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। अमित शाह ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी पर निशाना साधा। शाह ने कहा, बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम पर है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 20, 2020 1:06 PM IST

कोलकाता. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दो दिन का बंगाल दौरा रविवार को खत्म हो गया। इस दौरान अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। अमित शाह ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी पर निशाना साधा। शाह ने कहा, बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम पर है। 300 से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि हिंसा का जवाब हम लोकतांत्रिक तरीकों से देंगे।

शाह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा, भारत के सबसे बड़े दल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर ये हमला केवल भाजपा के अध्यक्ष पर हमला नहीं है बल्कि बंगाल के अंदर लोकतंत्र के की व्यवस्था पर हमला है। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस की सरकार की, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की है।

भाजपा की गति नहीं रुकेगी- शाह
अमित शाह ने कहा, मैं आज इस प्रेस वार्ता के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस के सभी नेताओं को बताना चाहता हूं कि आप गलतफहमी में मत रहिए कि इस प्रकार के हमले से से भाजपा की गति, भाजपा का कार्यकर्ता रुकेगा या भाजपा अपने कदम पीछे लेगी। उन्होंने कहा, जितना इस प्रकार की हिंसा का वातावरण बनाएंगे उतना ही भाजपा और मजबूती के साथ बंगाल में अपने आप को मजबूत करने का परिश्रम करेगी। बंगाल में आने वाले चुनाव में इस सरकार को हम परास्त करके दिखाएंगे।

'90% स्कूलों में डेस्क नहीं'
शाह ने कहा, बंगाल में शिक्षा क्षेत्र में 90% प्राथमिक स्कूलों में डेस्क नहीं है। 30% से ज्यादा स्कूलों में पर्याप्त क्लासरूम नहीं है। 10% स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं है। 56% स्कूलों में शौचालय नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में ये बंगाल की स्थिति है।

पारिवारिक पार्टी बनी टीएमसी
उन्होंने कहा, टोलबाली, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, हिंसा, बंम धमाकों, कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में बंगाल नंबर एक है। मां, माटी, मानुष का नारा लेकर चलने वाले टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गए हैं। एक पारिवारिक पार्टी बनकर टीएमसी बनकर रह गई है।

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