15 जनवरी को सेना दिवस (Army Day) के मौके पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने देश की जनता को भरोसा दिलाया कि गलवान में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आर्मी चीफ नरवणे दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड पर आर्मी डे परेड को संबोधित करने पहुंचे थे।
नई दिल्ली. 15 जनवरी को सेना दिवस (Army Day) के मौके पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने देश की जनता को भरोसा दिलाया कि गलवान में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आर्मी चीफ नरवणे दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड पर आर्मी डे परेड को संबोधित करने पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा, ''आप सभी लोगों को पता है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव चल रहा है। बॉर्डर की स्थिति में बदलाव की कोशिश करने पर उचित जवाब दिया गया। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि गलवान में शहीद बहादुर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।''
चीन को दिया कड़ा संदेश
चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आर्मी चीफ ने चेतावनी दी कि किसी को भारतीय सेना के सब्र की परीक्षा लेने की कोशिश नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, हम चीन के साथ विवाद को बातचीत और राजनीतिक स्तर पर हल करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन किसी को हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए।
पाकिस्तान को लेकर क्या बोले आर्मी चीफ?
आर्मी चीफ नरवणे ने पाकिस्तान को भी कड़ी संदेश दिया। उन्होंने कहा, भारतीय सेना ने इस साल 200 से ज्यादा आतंकी मारे हैं। वहीं, 300-400 आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की फिराक में लॉन्चिंग पैठ पर बैठे हैं। इस साल सीजफायर उल्लंघन के मामलों में 44% वृद्धि हुई है। जो पाकिस्तान की नापाक हरकत को बताता है।
नॉर्थईस्ट : 600 से ज्यादा आतंकियों ने किया आत्मसमर्पण
उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर के राज्यों में सुरक्षा की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। हमारे ऑपरेशनों के चलते 600 से ज्यादा आतंकियों ने आत्मसमर्पण किया। इसके अलावा सेना ने बड़ी मात्रा में हथियार भी जब्त किए। म्यांमार की सेना की मदद से भारतीय सेना ने कई ऑपरेशन्स को अंजाम दिया।