LOC के पार लॉन्च पैड्स में 350-400 आतंकी कर रहे घुसपैठ के मौके का इंतजार: सेना प्रमुख

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि LOC के उस पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लॉन्च पैड्स में 350-400 आतंकी मौजूद हैं। वे घुसपैठ के मौके का इंतजार कर रहे हैं। इसके चलते हम बेहद सतर्क हैं। पश्चिमी सीमा पर बहुत अधिक खतरा है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 12, 2022 6:16 PM IST / Updated: Jan 12 2022, 11:50 PM IST

अनीश कुमार (नई दिल्ली)। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (Manoj Mukund Naravane) ने कहा है कि LOC (Line of Control) के उस पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लॉन्च पैड्स में 350-400 आतंकी मौजूद है। वे घुसपैठ के मौके का इंतजार कर रहे हैं। इसके चलते हम बेहद सतर्क है। पश्चिमी सीमा पर बहुत अधिक खतरा है। 

सेना प्रमुख ने कहा कि पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा बलों के लगातार सतर्क रहने की जरूरत है। पाकिस्तान भारत के खिलाफ लगातार प्रॉक्सी वार जारी रखे हुए है। अभी भी सीमा के उस पार कई लॉन्च पैड में करीब 400 आतंकवादी मौजूद हैं। एशियानेट के रिपोर्टर के सवाल के जवाब में जनरल नरवणे ने कहा कि सीमा के पार स्थित लॉन्च पैड्स में अभी भी आतंकवादी मौजूद हैं। खुफिया सूचनाओं के अनुसार 350-400 आतंकी लॉन्च पैड्स और विभिन्न ट्रेनिंग कैम्प्स में मौजूद हैं। यह किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है। इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। पश्चिमी मोर्चे पर खतरा बहुत ज्यादा है।

संघर्ष विराम उल्लंघन में आई कमी
जनरल नरवणे ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के सैन्य अभियानों के महानिदेशक ने 2003 में दोनों देशों द्वारा साइन किए गए संघर्ष विराम समझौते को दोहराने पर सहमति व्यक्त की। पिछले साल फरवरी के बाद इस समझौते को नवीनीकृत किया गया था। विशेष रूप से पिछले साल संघर्ष विराम उल्लंघन में कमी आई है। सिर्फ दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ। संघर्ष विराम में गिरावट ने निश्चित रूप से पश्चिमी मोर्चे पर थोड़ी सामान्य स्थिति लाई है, लेकिन इसके बावजूद छद्म युद्ध जारी है।

बता दें कि सीजफायर उल्लंघन की पहली घटना सितंबर 2021 में जम्मू-कश्मीर के तंगधार सेक्टर में दर्ज की गई थी। वर्ष 2020 में संघर्ष विराम उल्लंघन के सबसे अधिक मामले (4645) देखे गए। 2021 में, 1 जनवरी से 16 फरवरी तक, सीमा पर कुल 524 संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले सामने आए। जनरल नरवणे ने यह भी कहा कि भारतीय सेना मुख्यालय आईडीएस द्वारा दी गई समय-सीमा को ध्यान में रखते हुए अन्य सेवाओं के परामर्श से थिएटर कमांड की स्थापना के माध्यम से अधिक तालमेल और एकीकरण प्राप्त करने की दिशा में अपने विचार-विमर्श कर रही है।

 

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