J&K encounter: पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर सहित 2 आतंकी एनकाउंटर में ढेर

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कसबयार एरिया(Qasbayar area) में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबल सर्चिंग करने निकली थी। बता दें कि 15 नवंबर तक 151 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की सख्ती के बाद आतंकवादी आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद एनकाउंटर की संख्या बढ़ गई है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2021 2:01 AM IST / Updated: Dec 01 2021, 10:53 AM IST

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर से धारा 370(Article 370) हटने के बाद से आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सुरक्षाबल कड़े एक्शन में हैं। बुधवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कसबयार(Qasbayar) इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 2 आतंकवादी मारे गए। सर्चिंग जारी है। कश्मीर जोर पुलिस ने अपने twitter हैंडल पर यह जानकारी दी। मारे गए आतंकवादियों में एक जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर यासीर पर्रेय भी भी शामिल है। यह आईआईडी(बम) बनाने का एक्सपर्ट माना जाता था। मारे गए आतंकवादियों में दूसरा विदेश फुरकान शामिल है। दोनों कई हमलों में वांछित थे।

आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने के बाद एनकाउंटर बढ़े
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की सख्ती के बाद आतंकवादी आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद एनकाउंटर की संख्या बढ़ गई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय(Union Minister of State for Home Nityanand Rai) ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा 30 नवंबर को बताया कि जम्मू कश्मीर में पिछले पांच साल में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में कुल 348 सुरक्षाकर्मी और 195 आम नागरिक मारे गए हैं। संसद के शीतकालीन सत्र (winter session of parliament) में गृहराज्य मंत्री ने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस साल 15 नवंबर तक आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में 40 आम नागरिक मारे गए और 72 घायल हो गए।

धारा 370 हटने के बाद आतंकवादी घटनाओं में कमी आई
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है। 2019 के मुकाबले 2021में सुरक्षाबलों की शहादत दो तिहाई कम हुई है। 2019 में 594 आतंकवादी हमले हुए थे। इनमें 80 सुरक्षाबलों को जान गंवानी पड़ी थी। लेकिन 2020 में हमलो की संख्या 244 और 2021 में घटकर सिर्फ 195 रह गई। 2020 में आतंकवादी हमलों में सुरक्षाबल के 62 जवान शहीद हुए थे। इस साल 23 नवंबर तक यह संख्या सिर्फ 35 है। 2018 में 614 आतंकवादी हमलों में 91 जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। 2018 में 257, 2019 में 157, 2020 में 221 और 2021 में अब तक 151 आतंकवादियों को एनकाउंटर किया जा चुका है। 

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