चीन से नहीं, तिब्बत से मिलती है अरुणाचल प्रदेश की सीमा, यही ऐतिहासिक तथ्य: मुख्यमंत्री पेमा खांडू

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा, अरुणाचल प्रदेश चीन से नहीं, तिब्बत से सीमा साझा करता है। यह ऐतिहासिक तथ्य है। द हिंदू से बातचीत में उन्होंने एक बार फिर चीन के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें वह उत्तर पूर्व राज्य को अपने दक्षिणी तिब्बत क्षेत्र का हिस्सा बताता है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 23, 2020 12:25 PM IST

ईटानगर. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा, अरुणाचल प्रदेश चीन से नहीं, तिब्बत से सीमा साझा करता है। यह ऐतिहासिक तथ्य है। द हिंदू से बातचीत में उन्होंने एक बार फिर चीन के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें वह उत्तर पूर्व राज्य को अपने दक्षिणी तिब्बत क्षेत्र का हिस्सा बताता है। 

इंटरव्यू में पेमा खांडू ने फ्रंटियर हाइवे को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, हाइवे बनने के बाद युद्ध की स्थिति में सैनिकों को आवाजाही में कोई परेशानी नहीं आएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा, पहले इस हाइवे का काम धीमा चल रहा था। लेकिन सशस्त्र बलों, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन और अन्य एजेंसियों के शामिल होने की वजह से 1100 किमी के हाइवे पर तेजी से काम हो रहा है। 

खांडु LAC को बोलते हैं इंडो-तिब्बत बॉर्डर
पेमा खांडू LAC को  इंडो-तिब्बत बॉर्डर कहते हैं। गलवान में हुई हिंसा के बाद भी खांडू ने ट्वीट कर इसे भारत-तिब्बत बॉर्डर बताया था। इस बारे में सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, अरुणाचल प्रदेश ने अपनी सीमा सिर्फ तिब्बत के साथ साझा करता है। यह ऐतिहासिक तथ्य है और इसे कोई बदल नहीं सकता। पूरी दुनिया जानती है कि चीन ने तिब्बत पर कब्जा किया है।
 
सीएम खांडू ने चीन के हस्तक्षेप की वजह से अरुणाचल में विदेशी फंडिंग प्रभावित होने की भी बात कही। खांडू ने कहा, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक जैसे विदेशी संस्थान अब लोन का विस्तार नहीं कर रहे हैं, और इससे राज्य को नुकसान पहुंचा है। 
 

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