नाबालिग लड़की से रेप के आरोपी महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने निलंबित कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) रक्षक की जगह भक्षक का काम करने वाले अपने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है। आरोपी दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में सीनियर अधिकारी है। जिस अधिकारी पर महिलाओं और बच्चों के हित में काम करने और उनकी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी है उसने अपने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक रेप किया।
14 साल की पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। उसके पिता आरोपी के दोस्त थे। आरोपी लड़की को अपने घर ले आया था। इसके बाद उसने बच्ची के साथ रेप शुरू कर दिया। कई महीनों तक किए गए रेप से लड़की गर्भवती हो गई तो उसने अपनी पत्नी की मदद से बच्ची का गर्भपात करा दिया।
आरोपी के पत्नी के खिलाफ भी केस दर्ज
इस मामले में दिल्ली पुलिस एक्शन में आई है। पुलिस ने केस दर्ज किया है। सोमवार को पुलिस आरोपी के घर गई और पूछताछ की। दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोपी अधिकारी को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। पीड़ित लड़की 12वीं क्लास की छात्रा है। 1 अक्टूबर 2020 को उसके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद से वह आरोपी के घर में रह रही थी। आरोपी महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर था। दिल्ली पुलिस ने अपनी FIR में आरोपी की पत्नी को भी आरोपी बनाया है। आरोप है कि नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच लड़की के साथ कई बार रेप किया गया।
ऐसे सामने आया मामला
लगातार किए गए अत्याचार के चलते पीड़ित लड़की मानसिक रूप से बीमार हो गई थी। उसे घबराहट होने लगी थी। एक सप्ताह पहले लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने लड़की की साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग की। इसके बाद लड़की ने बताया कि वह पिता की मौत के बाद पिता के दोस्त के घर रहने लगी थी। उन्होंने अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 तक कई बार रेप किया। गर्भवती हुई तो आरोपी की पत्नी ने उसका गर्भपात करा दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की मेडिकल जांच करायी गयी है। मामले की जांच की जा रही है।
स्वाति मालीवाल ने पूछा-आरोपी क्यों नहीं हुआ गिरफ्तार?
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से पूछा है कि आरोपी को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया है। स्वाति मालीवाल पीड़ित लड़की से मिलने अस्पताल गईं, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट किया, “अभी अस्पताल में नाबालिग बच्ची से मिलने पहुंची हूं। अस्पताल के अंदर जाने से रोका जा रहा है, आधे घंटे से यहां बैठी हूं, गार्ड कह रहे हैं पुलिस ने मुझे बच्ची से मिलने देने से मना किया है।”