गोडसे देशभक्त था या फिर आतंकवादी... यह सवाल ओवैसी ने तब पूछा जब प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांगी

संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर का गोडसे पर दिए बयान के बाद विवाद बढ़ गया। प्रज्ञा ठाकुर के बयान को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। एक दिन बाद उन्होंने माफी भी मांगी, लेकिन इस दौरान संसद में जमकर हंगामा हुआ।  

Asianet News Hindi | Published : Nov 29, 2019 11:06 AM IST

नई दिल्ली. संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर का गोडसे पर दिए बयान के बाद विवाद बढ़ गया। प्रज्ञा ठाकुर के बयान को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। एक दिन बाद उन्होंने माफी भी मांगी, लेकिन इस दौरान संसद में जमकर हंगामा हुआ। हैदराबाद से सांसद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा में भड़क गए। उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि नाथूराम गोडसे देशभक्त था या फिर कातिल था?

राहुल गांधी पर साधा निशाना

लोकसभा में गोडसे पर दिए बयान पर सफाई देते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि एक सदस्य ने मुझे आतंकवादी कहा। प्रज्ञा ठाकुर के बयान के बाद विपक्षी सांसदों ने उनपर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया।

क्या था मामला?
बुधवार को संसद सत्र के दौरान द्रमुक सांसद ए. राजा ने अपनी राय रखते हुए एसपीजी बिल संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दे रहे थे, इसी बयान के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने उनको टोकते हुए कहा था, आप 'देशभक्त' नाथूराम गोडसे का नाम मत लीजिए।

बुधवार से संसद में हो रहा हंगामा
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में देशभक्त बताने वाली सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर संसद में दो दिन से हंगामा हो रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सफाई दी। उन्होंने गुरुवार को कहा, नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने की बात तो दूर हम उन्हें देशभक्त मानने की सोच की भी निंदा करते हैं। महात्मा गांधी हम लोगों के आदर्श हैं।वे पहले भी हमारे मार्गदर्शक थे और भविष्य में भी मार्गदर्शक रहेंगे। उनकी विचारधारा उस समय भी प्रासंगिक थी, आज भी है और आगे भी रहेगी। प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की समिति से भी हटा दिया गया। 

राहुल ने प्रज्ञा को बताया आतंकी
इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी ने भी प्रज्ञा पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने भाजपा नेता और भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवादी बताया। राहुल ने लिखा, आतंकी प्रज्ञा ने आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बताया। भारतीय संसद के इतिहास में यह सबसे दुखद दिन है।

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