राजस्थान में विधायकों को खरीदने का रेट क्या है? गहलोत ने क्यों कहा, खरीद फरोख्त का दाम बढ़ गया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की तिथि 14 अगस्त निर्धारित हुई है, तब से राज्य में खरीद-फरोख्त का रेट बढ़ गया है। गहलोत ने कहा, कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का रेट बढ़ गया है।  

Asianet News Hindi | Published : Jul 30, 2020 2:22 PM IST / Updated: Jul 30 2020, 07:59 PM IST

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की तिथि 14 अगस्त निर्धारित हुई है, तब से राज्य में खरीद-फरोख्त का रेट बढ़ गया है। गहलोत ने कहा, कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का रेट बढ़ गया है। इससे पहले पहली किश्त 10 करोड़ और दूसरी किश्त 15 करोड़ रुपये थी। अब यह असीमित हो गई है। सब लोग जानते हैं कौन लोग खरीद-फरोख्त कर रहे हैं।

गहलोत ने मायावती पर किया हमला
गहलोत ने बसपा प्रमुख मायावती पर हमला करते हुए कहा कि वह मजबूरी में बयान दे रही हैं। उनकी शिकायत वाजिब नहीं है। छह बसपा विधायक अपने विवेक से कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

14 अगस्त को होगा विधानसभा सत्र
राजस्थान की सियासी उठापटक के बीच गहलोत ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई। यहां विधायकों को निर्देश दिए कि 14 अगस्त यानी सत्र शुरू होने तक विधायक होटल में ही रहेंगे। हालांकि मंत्रियों को थोड़ी छूट दी है। उन्हें कहा कि वो कामकाज निपटाने के लिए सचिवालय जा सकते हैं। वहीं राजस्थान हाईकोर्ट ने कांग्रेस में शामिल होने वाले 6 बसपा विधायकों और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को नोटिस भेजा है।

भाजपा और बसपा ने लगाई थी याचिका
भाजपा विधायक मदन दिलावर और बसपा ने 6 बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने सचिव को भी नोटिस भेजा है। इन्हें 11 अगस्त तक जवाब देने का वक्त दिया गया है।

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