एशिया के सबसे लंबे हाईस्पीड ट्रैक NATRAX का उद्घाटन, VIDEO में देखें कैसे वर्ल्ड को टक्कर देगा यह

Published : Jun 29, 2021, 05:36 PM ISTUpdated : Jul 01, 2021, 01:22 PM IST
एशिया के सबसे लंबे हाईस्पीड ट्रैक NATRAX का उद्घाटन, VIDEO में देखें कैसे वर्ल्ड को टक्कर देगा यह

सार

हाईस्पीड ट्रैक का उपयोग बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, ऑडी, फेरारी, लेम्बोर्गिनी, टेस्ला जैसी हाई-एंड कारों की गति क्षमताओं को मापने के लिए किया जाता हैं। अभी तक भारत में किसी भी टेस्ट ट्रैक पर नहीं इनकी स्पीड को नहीं मापा जा सकता था।

इंदौर। भारत को एशिया का सबसे लंबा हाईस्पीड ट्रैक मिल गया है। मध्य प्रदेश के इंदौर में एशिया का सबसे लंबा हाईस्पीड ट्रैक बना है। मंगलवार को केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 11.3 किमी लंबे हाई स्पीड ट्रैक- नेशनल ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक्स (NATRAX) का उद्घाटन किया।

प्रकाश जावडे़कर ने कहा कि भारत को ऑटोमोबाइल, निर्माण और स्पेयर पार्ट्स का हब बनना तय है। जावड़ेकर ने यह भी कहा कि वर्षाें से लटकी पड़ी रेलवे, राजमार्ग और जलमार्ग की परियोजनाएं आज मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण पूरी हो रही हैं। सरकार आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढ़ा रही है।

यहां देखें ट्रैक का वीडियो

 

ट्रैक 16 मीटर चौड़ा, 4 लेन हैं

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उद्घाटन के दौरान कहा, यह ट्रैक दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा और चीन-जापान के ट्रैक से अच्छा है। सबसे लंबे ट्रैक में पहला जर्मनी का ईरा लिजियान (21 किमी), इटली का नारदो ट्रैक (12.50), जर्नमी का एटीपी ट्रैक (12.30) और अमेरिका का ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च सेंटर (12.10) है। अंडाकार आकार का ये ट्रैक 16 मीटर चौड़ा है और इसमें चार लेन हैं। 

ट्रैक के जरिए क्या-क्या किया जाएगा?

ट्रैक का इस्तेमाल गाड़ियों में ईंधन की खपत से लेकर बारिश में गाड़ियों पर असर, गड्डे वाली सड़कों का असर, ब्रेकर जैसी स्थिति में टेस्टिंग की सुविधा है। NATRAX परियोजना भारी उद्योग मंत्रालय के NATRiP (नेशनल ऑटोमोटिव टेस्टिंग एंड R&D इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट) के तहत बनाई जा रही है।

हाईस्पीड ट्रैक की जरूरत क्यों ?

हाईस्पीड ट्रैक का उपयोग बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, ऑडी, फेरारी, लेम्बोर्गिनी, टेस्ला जैसी हाई-एंड कारों की गति क्षमताओं को मापने के लिए किया जाता हैं। अभी तक भारत में किसी भी टेस्ट ट्रैक पर नहीं इनकी स्पीड को नहीं मापा जा सकता था। ट्रैक का केंद्रीय स्थान विदेशी मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) को आकर्षित करने में मदद करेगा क्योंकि यह भारतीय परिस्थितियों के लिए प्रोटोटाइप कारों के विकास के लिए अधिक सुलभ हो जाएगा। वर्तमान में, विदेशी ओईएम स्पीडिंग आवश्यकताओं का परीक्षण करने के लिए विदेशों में अपने संबंधित हाई-स्पीड ट्रैक पर जाते हैं।

देश के महत्वपूर्ण शहरों से जुड़ा है ट्रैक 

NATRAX दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, पुणे, बैंगलोर, हैदराबाद, अहमदाबाद, जयपुर और दुबई जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से रेल, सड़क और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। 
 

PREV

Recommended Stories

Indigo Crisis Day 7: इंडिगो ने दिया ₹827 करोड़ का रिफंड, यात्रियों को लौटाए 4500 बैग
बिरयानी-चिप्स-दूध...कोई बिजनेस ना चला और बढ़ता गया कर्ज, परिवार के 3 लोगों ने किया सुसाइड