असम में मुस्लिम विवाह कानून रद्द, क्या है सरकार का नया प्लान?

असम सरकार ने मुस्लिम विवाह और तलाक कानून को रद्द कर दिया है और अब मुस्लिम विवाह और तलाक का पंजीकरण अनिवार्य होगा। इसके लिए एक नया विधेयक पारित किया गया है जिसके तहत सरकारी व्यवस्था में विवाह का पंजीकरण कराना होगा और तलाक भी कोर्ट से ही लेना होगा।

Asianetnews Hindi Stories | Published : Aug 30, 2024 4:52 AM IST

गुवाहाटी: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि असम की बीजेपी सरकार मुस्लिम विवाह और तलाक कानून को रद्द कर देगी और मुस्लिम विवाह और तलाक के पंजीकरण को अनिवार्य बनाने वाला कानून पारित करेगी. इसके साथ ही, एकरूप नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया है.

अब तक असम में 1935 का असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम लागू था. इसके तहत मुस्लिम समुदाय में बाल विवाह की अनुमति थी. साथ ही, विवाह और तलाक का पंजीकरण सरकार की बजाय मुस्लिम समुदाय के काजी करते थे. इस कानून को रद्द करने वाला विधेयक गुरुवार को विधानसभा में पारित कर दिया गया.

Latest Videos

 

इसके बाद 'असम मुस्लिम विवाह अनिवार्य पंजीकरण और तलाक विधेयक-2024' पेश किया गया और उसे भी पारित कर दिया गया. इस विधेयक के अनुसार, मुसलमानों को अब काजियों के बजाय सरकारी व्यवस्था में विवाह का पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा और तलाक भी कोर्ट से ही लेना होगा.

'अब तक काजियों द्वारा पंजीकृत मुस्लिम विवाह वैध ही रहेंगे. लेकिन, भविष्य में होने वाले विवाहों का पंजीकरण सरकार में कराना होगा. हम मुस्लिम पर्सनल लॉ में किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं. बल्कि, इस्लाम में निषिद्ध विवाहों को पंजीकृत होने से रोक रहे हैं. साथ ही, बाल विवाह के पंजीकरण को भी रोका जा रहा है' ऐसा मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सदन में कहा.

 

विधेयकों को पेश करते हुए राजस्व मंत्री जोगेन मोहन ने कहा, 'नए कानून से बहुविवाह पर रोक लगेगी. विवाहित मुस्लिम महिलाओं को पति के घर में रहने का अधिकार और गुजारा भत्ता पाने का अधिकार मिलेगा. विधवाओं को पति की संपत्ति पर अधिकार मिलेगा. मुस्लिम पुरुषों द्वारा शादी के बाद पत्नियों को छोड़ने पर रोक लगेगी.' हालांकि, नए कानून से इस्लाम में प्रचलित बहुविवाह प्रथा समाप्त नहीं होगी ऐसा माना जा रहा है.

Share this article
click me!

Latest Videos

Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता
धारा 370 पर मोदी ने खुलेआम दिया चैलेंज #Shorts
दिल्ली सरकार की नई कैबिनेट: कौन हैं वो 5 मंत्री जो आतिशी के साथ लेंगे शपथ
Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता
'तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी', Chandra Babu Naidu के बयान पर बवाल