
Assam fake Id for Passport: असम में फर्जी आईडी पर पासपोर्ट बनवाने गिरोह का भंड़ाफोड़ हुआ है। राज्य पुलिस ने दो लोगों को एक बांग्लादेशी नागरिक के लिए भारतीय पासपोर्ट बनवाने की कोशिश में अरेस्ट किया है। हद तो यह कि आरोपियों ने बांग्लादेशी की भारतीय आईडी एक मृतक के नाम पर बनवायी थी। इसी आईडी पर पासपोर्ट बनवाना चाहते थे।
यह भी पढ़ें: Trump ने Google-Meta जैसी कंपनियों को धमकाया, कहा- भारत में फैक्ट्रियां और नौकरियां बंद करो
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान बुरहान उद्दीन और फैजुर रहमान के रूप में हुई है। ये दोनों श्रीभूमि जिले के निवासी हैं। भारत का श्रीभूमि जिला, पड़ोसी बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ इलाका है। पुलिस के मुताबिक, दोनों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन फारूक अहमद के नाम से किया। जबकि फारूक नामक भारतीय का कई साल पहले निधन हो गया था। लेकिन फर्जीवाड़ों द्वारा फारूक अहमद के नाम पर आधार कार्ड, वोटर आईडी, जन्म प्रमाणपत्र और पैन कार्ड जैसे सभी दस्तावेज तैयार किए गए थे।
यह भी पढ़ें: अहमदाबाद में ड्रीमलाइनर क्रैश के चार दिन बाद 112 पायलट्स पड़ गए अचानक बीमार, छुट्टी पर गए
यह फर्जीवाड़ा पासपोर्ट वेरिफिकेशन के दौरान पकड़ा गया। पुलिस ने जब जांच की तो पाया कि मृतक फारूक अहमद के नाम पर कई दस्तावेज बनाए गए थे जो बांग्लादेशी नागरिक को भारतीय दिखाने के लिए इस्तेमाल किए गए। आरोपियों ने पहले ही आधार और वोटर आईडी प्राप्त कर लिए थे लेकिन पासपोर्ट आवेदन करते समय जांच में वे फंस गए।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जब्त किए हैं। पुलिस को आशंका है कि इन्होंने पहले भी कई बांग्लादेशी नागरिकों के लिए इसी तरह के फर्जी पहचान पत्र तैयार किए होंगे। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है।
असम पुलिस की जांच का दायरा अब बड़ा हो गया है। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह केवल एक स्थानीय फर्जीवाड़ा है या भारत-बांग्लादेश सीमा से जुड़ा कोई बड़ा घुसपैठ नेटवर्क है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रणब ज्योति कलिता ने कहा कि हम यह पता लगाने में जुटे हैं कि कितने बांग्लादेशी इस नेटवर्क के ज़रिए फर्जी दस्तावेज़ बनवाकर भारतीय नागरिक बन गए हैं। उधर, पुलिस उस बांग्लादेशी नागरिक की भी तलाश कर रही है, जिसके लिए यह पासपोर्ट बनवाया जा रहा था। माना जा रहा है कि उसके ज़रिए ही और लोगों तक भी जांच की पहुंच बन सकती है।