राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा: RSS प्रमुख मोहन भागवत को मिला आमंत्रण, बोले- 'यह सौभाग्यशाली अवसर'

Published : Jan 11, 2024, 02:47 PM ISTUpdated : Jan 11, 2024, 02:48 PM IST
India needs to nurture knowledge of Vedas Sanskrit to become vishwa guru says RSS chief mohan Bhagwat

सार

22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत को मिल गया है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्यशाली अवसर है। 

Ram Mandir Pran Pratishtha. 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित है। इस अवसर पर देश-दुनिया के प्रतिष्ठित लोगों को निमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को आमंत्रण पत्र भेजा गया। अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया।

परम सौभाग्य का योग: मोहन भागवत

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र पाने के बाद आरएसएस प्रमुख ने कहा कि यह तो परम सौभाग्य का योग है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। मैं तो यह कहूंगा किसी जन्म में पुण्य काम किए होंगे जिसकी वजह से इस सुअवसर का प्रतिफल मिला है। यह तो मांगकर भी न मिलने जैसा है और हमें वहां उस अवसर पर रहने का सौभाग्य मिलेगा, यह बहुत बड़ी बात है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि पूरे भारत में मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। यह भारत के स्व को जगाने का काम है। स्वतंत्रता में जिस स्व की बात हम करते हैं, मंदिर निर्माण उसी स्व की अनुभूति कराने का समय है। आएसएस प्रमुख ने मंदिर निर्माण समिति के नृपेंद्र मिश्र और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार को धन्यवाद भी दिया।

जोरों पर है प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल आ गया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मंदिर के सामने खुले मंच पर लोगों के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। एक केंद्रीय शिखर बनाया जाएगा जबकि दो पार्श्व शिखर होंगे। कार्यक्रम के दौरान 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी और यह व्यवस्था ऐसी होगी कि सभी को मंदिर के दर्शन होते रहेंगे। इसके अलावा देश भर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाइव प्रसारण की भी व्यवस्था की गई है।

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