अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और जनवरी 2024 तक इस दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया जाएगा। आपको यह जानकर खुशी होगी कि मंदिर निर्माण के लिए देश से ही करोड़ों का चंदा मिला है।
Ayodhya Sri Ram Temple. अयोध्या के श्रीराम मंदिर को जनवरी 2024 से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है और जल्द ही भव्य व दिव्य मंदिर हमारे सामने होगा। आपको यह भी जानकर खुशी होगी की अयोध्या के श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सिर्फ देश से ही 3500 करोड़ रुपए का सहयोग मिला है। इनमें से लाखों लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने सिर्फ 10 रुपए का योगदान दिया है। लेकिन वह कहावत है न कि बूंद-बूंद से सागर बन जाता है, तो मंदिर के लिए कुछ ऐसा ही चमत्कार हुआ है।
जनवरी 2024 का है सबको इंतजार
जैसे-जैसे जनवरी 2024 नजदीक आता जा रहा है, अयोध्या में भव्य आयोजन के लिए उत्साह भी बढ़ता जा रहा है। भगवान राम के भक्त, भव्य नए राम मंदिर में पूजा करने के अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अद्वितीय शिल्प कौशल और इंजीनियरिंग का प्रमाण बनने वाला यह असाधारण मंदिर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लाखों उपासकों के लिए तैयार होने वाला है। वर्तमान में निर्माण कार्य पूरे जोरों पर है। यह मंदिर 2.7 एकड़ भूमि में 54,700 वर्ग फुट एरिया में बनाया जा रहा है। इसका नेतृत्व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष और भारत के प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा कर रहे हैं।
नृपेंद्र मिश्रा ने शेयर किया दिलचस्प आंकड़ा
एशियानेट न्यूज के राजेश कालरा के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने एक दिलचस्प आंकड़ा भी शेयर किया। उन्होंने कहा कि प्रकृति में हैं कि कैसे दैवीय हस्तक्षेप ने मंदिर के निर्माण में मदद की है। केवल भगवान ही जानते हैं कि अंतिम परिणाम क्या होगा। ट्रस्ट ने इसके लिए 3500 करोड़ रुपए एकत्र किए हैं। यह लोगों के विश्वास के स्तर को दर्शाता है। इससे यह भी पता चलता है कि लोगों का मानना है कि वे जो योगदान दे रहे हैं, उसका निर्माण में सही उपयोग किया जाएगा।
नृपेंद्र मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर पीएम नरेंद्र मोदी की अदृश्य प्रेरणा की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सबसे प्रेरणादायक बात यह है कि निर्णय लेने, निर्माण और प्रगति की इस पूरी प्रक्रिया में कहीं न कहीं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अदृश्य प्रेरणा है। वह निगरानी नहीं करते हैं लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि वह जानते हैं कि यहां क्या हो रहा है। हमारे लिए भी संतोष की बात है कि एक दिन वह प्राण प्रतिष्ठा करेंगे और लाखों लोग मानते हैं कि किसी न किसी तरह से उन्होंने राम मंदिर के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यहां देखें नृपेंद्र मिश्रा का फुल इंटरव्यू