
नई दिल्ली। बेंगलुरु में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया। एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के नाम पर लगभग 48 लाख रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा। मामला विजयलक्ष्मी आयुर्वेदिक शॉप और इसके मालिक विजय गुरुजी से जुड़ा है। पीड़ित का दावा है कि महंगी और कथित रूप से नुकसानदायक आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन के बाद उसकी किडनी खराब हो गई।
FIR के मुताबिक, पीड़ित एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जिसने 2023 में शादी के बाद सेक्सुअल हेल्थ से जुड़ी दिक्कतों के कारण इलाज शुरू किया। इलाज के लिए वह पहले एक मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल गया, लेकिन असली मुसीबत तब शुरू हुई जब वह सड़क किनारे लगे एक टेंट में पहुंच गया, लेकिन फिर उसने एक टेंट देखा, जहां “सेक्सुअल प्रॉब्लम का तुरंत इलाज” का विज्ञापन लगा था। टेंट में मौजूद लोगों ने उसे विजय गुरुजी नाम के एक कथित आयुर्वेदिक डॉक्टर से मिलने के लिए कहा।
गुरुजी ने उसकी जांच की और उसे देवराज बूटी नाम की आयुर्वेदिक दवा दी, जिसकी कीमत सुनकर किसी के भी होश उड़ जाएं-1,60,000 रुपये प्रति ग्राम! बाद में उसे भवन बूटी ऑयल दिया गया, जिसकी कीमत 76,000 रुपये प्रति ग्राम बताई गई। इसके अलावा देवराज रसबूटी उसे 2,60,000 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से दी गई। पीड़ित के अनुसार पैसे सिर्फ कैश में मांगे गए और ऑनलाइन पेमेंट से सख्त मना किया गया। पीड़ित ने गुरुजी पर विश्वास करके इन दवाओं पर लाखों रुपये खर्च किए। बैंक से 20 लाख रुपये का लोन लिया और दोस्तों से 10 लाख उधार लिए। कुल मिलाकर लगभग 48 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
दवाएं लेने के बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। बल्कि, कुछ ही महीनों में उसकी किडनी खराब होने लगी। जब पीड़ित ने गुरुजी से सवाल पूछा, तो उसे धमकाया गया कि अगर उसने इलाज बंद किया तो उसकी जान को खतरा हो सकता है। यह सुनकर वह डर गया, लेकिन आखिरकार पुलिस की ओर रुख किया।
पीड़ित ने विजय गुरुजी के खिलाफ धोखाधड़ी, नुकसानदायक दवाएं बेचने और गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम पैदा करने की शिकायत दर्ज कराई। FIR भारतीय न्याय संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज हुई है। जांच अभी जारी है और सबकी निगाहें इस मामले पर टिकी हैं।