
बेंगलुरु: एटीएम में भरने के लिए लाए गए 7 करोड़ रुपये की लूट के मामले में, आरोपियों की एक कार मिल गई है। इनोवा कार तिरुपति में लावारिस हालत में मिली। वहीं, पुलिस को अब तक आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है। पिछले दिनों सिर्फ 7 मिनट में 7 करोड़ रुपये लूट लिए गए थे। इसके बाद, जब पुलिस पूरे शहर में तलाशी ले रही थी, तब तक कार राज्य की सीमा पार कर तिरुपति पहुंच गई। यह पैसा एचडीएफसी बैंक के एटीएम में जमा करने के लिए ले जाया जा रहा था। डकैती के डेढ़ दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
अब तक की एकमात्र प्रगति यह है कि आरोपियों की तीन कारों में से एक तिरुपति में मिल गई है। यह एक ग्रे कलर की इनोवा कार है। पुलिस तिरुपति के होटलों में तलाशी ले रही है। कैश वैन के ड्राइवर, सुरक्षा गार्ड और सीएमएस अधिकारी से पूछताछ की गई, लेकिन कोई खास प्रगति नहीं हुई है। उनसे अकेले और साथ में भी पूछताछ की गई, लेकिन सभी एक ही बयान दे रहे हैं। फिर भी, पुलिस ने किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी है। पुलिस को यकीन है कि किसी ने पैसे ले जाने की जानकारी लीक की है।
जांच अधिकारी सीएमएस के मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों की जानकारी जुटा रहे हैं। यह भी जांच की जा रही है कि क्या उनमें से किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है। इस बीच, पुलिस की एक टीम परप्पना जेल भी पहुंची। शहर भर में और सीमाओं पर पुलिस की जांच जारी है। लुटेरों का वैन के अंदर से डीवीआर ले जाना एक सोची-समझी साजिश की ओर इशारा करता है। वहीं, पुलिस इस बात का जवाब नहीं ढूंढ पाई है कि जब अजनबियों ने गाड़ी रोकी तो कर्मचारियों ने कैश लॉकर को लॉक करने या गाड़ी का सायरन बजाने की कोशिश क्यों नहीं की।