बेंगलुरु: सिलिकॉन सिटी बेंगलुरु में स्विगी डिलीवरी बॉय (Bengaluru Swiggy Delivery partner) का काम करने वाले एक शख्स के ग्राहक द्वारा केक का ऑर्डर कैंसिल करने के बाद, उसे खाने से पति, पत्नी और बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। लेकिन, अब इस केक त्रासदी मामले में एक नया मोड़ आया है। बच्चे की मौत के बाद भी अस्पताल में गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहे स्विगी डिलीवरी बॉय के परिवार के साथ हम हैं, स्विगी के प्रवक्ता ने कहा।
बेंगलुरु में स्विगी डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करने वाले बालराज 6 अक्टूबर, रविवार को एक ग्राहक द्वारा ऑर्डर किए गए केक की डिलीवरी के लिए गए थे, लेकिन ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया। इसके बाद स्विगी कंपनी के निर्देशानुसार, वह केक को अपने घर ले गए। रात में पति-पत्नी ने केक खाया और बचा हुआ केक फ्रिज में रख दिया। उन्होंने अपने 5 साल के बच्चे को केक नहीं दिया और उसे खाना खिलाकर तीनों सो गए। लेकिन, सुबह होते-होते तीनों की हालत बिगड़ गई और पड़ोसियों ने उन्हें किदवई अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, अस्पताल ले जाने से पहले ही उनके 5 साल के बेटे धीरज की मौत हो गई। वहीं, गंभीर हालत में भर्ती स्विगी डिलीवरी बॉय बालराज और उनकी पत्नी नागलक्ष्मी का आईसीयू में इलाज चल रहा है।
स्विगी डिलीवरी बॉय बालराज और उनके परिवार के तीनों सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस को शुरुआती जानकारी दी गई कि घर लाए गए केक को खाने से बच्चे की मौत हो गई और माता-पिता की हालत गंभीर है। इसके बाद बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद मामले में नया मोड़ आ गया। इसमें सामने आया है कि पूरे परिवार को फूड पॉइजनिंग हुई थी। लेकिन, यह पुष्टि नहीं हुई है कि उन्होंने जो केक खाया था, उसमें जहर था।
दादी के घर पर थी बालराज की बेटी: स्विगी डिलीवरी बॉय बालराज और नागलक्ष्मी दंपति के दो बच्चे थे। बड़ी बेटी को वे अपनी दादी के घर छोड़कर आए थे। उनका छोटा बेटा धीरज (5) ही उनके साथ रहता था। रात में खाना खाने के बाद बच्चे की मौत हो गई। अगर बेटी भी घर पर होती तो वह भी जहरीला खाना खाकर अपनी जान गंवा सकती थी। स्थानीय लोगों और बालराज के रिश्तेदारों ने बताया कि उनकी बेटी की जान बच गई।
केक में जहर नहीं था, अस्पताल का दावा: स्विगी से ऑर्डर कैंसिल होने के बाद घर लाए गए केक में कोई जहर नहीं था। हालांकि, घर पर खाए गए खाने में जहर पाया गया है। इस संबंध में, केम्पेगौड़ा अस्पताल की रिपोर्ट साझा करते हुए, पुलिस ने कहा, 'एमएलसी रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 वर्षीय धीरज की मौत फूड पॉइजनिंग से हुई है। मृतक बच्चे के पिता बालराज स्विगी डिलीवरी बॉय का काम करते हैं और मां नागलक्ष्मी गृहिणी हैं। दोनों फूड पॉइजनिंग के चलते आईसीयू में भर्ती हैं। माता-पिता के बयान दर्ज करने की स्थिति में आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बालराज के परिवार के साथ हैं हम: स्विगी: बेंगलुरु में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हम स्तब्ध हैं। इस मुश्किल घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। हमारी टीम अस्पताल जाकर परिवार के सदस्यों से मिली है और हर संभव मदद मुहैया करा रही है। हम मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहे हैं। खाद्य सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल होने से पहले सभी रेस्तरां के लिए FSSAI लाइसेंस अनिवार्य करने की वकालत करते हैं। स्विगी के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।