बेटे के शव को बैग में रख CEO सुचना सेठ ने कैसे बिताए 12 घंटे, ड्राइवर ने सुनाई पूरी कहानी

सुचना सेठ को गोवा से कर्नाटक ले जाने वाले कैब ड्राइवर रेजॉन डिसूजा ने बताया है कि 12 घंटे की यात्रा के दौरान उसका व्यवहार कैसा था।

बेंगलुरु। अपने चार साल के बेटे की हत्या करने वाली CEO सुचना सेठ के बारे में हर दिन नई जानकारी सामने आ रही है। सुचना को गोवा से कर्नाटक ले जाने वाले टैक्सी ड्राइवर रेजॉन डिसूजा ने एक अंग्रेजी टीवी चैनल को बताया है कि 12 घंटे के सफर के दौरार सुचना सेठ ने क्या किया।

डिसूजा ने बताया कि यात्रा की शुरुआत से ही सुचना सेठ का व्यवहार संदिग्ध था। होटल से निकलते समय डिसूजा ने उस बैग को उठाया था, जिसमें बच्चे की लाश थी। बैग भारी होने की वजह भी उसने पूछी थी। डिसूजा ने बताया कि उसे 7 जनवरी को होटल से फोन आया था। कहा गया था कि महिला को तुरंत बेंगलुरु जाना है। डिसूजा और एक अन्य ड्राइवर रात 12.30 होटल पहुंचे थे। सुचना 1 बजे टैक्सी में बैठी। उसने डिसूजा को बैग उठाने के लिए कहा था।

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काले रंग का वह बैग भारी था

डिसूजा ने कहा, "मैंने रिसेप्शन से बैग उठाया। काले रंग का वह बैग भारी था। उस समय मैंने बहुत अधिक शक नहीं किया। मैंने पूछा कि बैग बहुत भारी है, क्या इसमें शराब की बोतलें हैं? मैडम (सुचना सेठ) ने कहा कि हां बैग में शराब है।"

डिसूजा ने बताया कि करीब 12 घंटे की यात्रा के दौरान सुचना अधिकतर समय चुप रही। वह सिर्फ एक जगह पानी की बोतल लेने के लिए टैक्सी से उतरी। गोवा-कर्नाटक सीमा पर सड़क बंद होने के चलते चार घंटे की देर हुई। इस दौरान भी वह टैक्सी से बाहर नहीं आई। वह परेशान भी नहीं दिखी।

एयरपोर्ट जाने को तैयार नहीं हुई थी सुचना सेठ

डिसूजा ने कहा, "मैंने मैडम से कहा कि सड़क जाम क्लियर होने में 5-6 घंटे लग सकते हैं। अगर वह चाहें तो यूटर्न लेकर उन्हें एयरपोर्ट पहुंचा दूं। मैडम ने एयरपोर्ट जाने के इनकार कर दिया। कहा कि जब सड़क खुलेगी हम चलेंगे। यह सुनकर मुझे कुछ अजीब लगा। क्योंकि एक तरफ उसे बेंगलुरु जाने की जल्दी थी। दूसरी तरफ सड़क जाम से हो रहे लेट से परेशानी नहीं थी।"

डिसूजा ने कहा कि जब हमने कर्नाटक सीमा पार की उसे पुलिस का फोन आया। पुलिस ने पूछा कि महिला के साथ क्या कोई बच्चा है। जब मैंने कारण पूछा तो पुलिस ने बताया कि महिला के कमरे में खून के धब्बे पाए गए हैं। शक है कि उसके साथ एक बच्चा भी था जो उसके जाने के समय वहां नहीं था।

पता फर्जी मिला तो हो गया 100 फीसदी यकीन

डिसूजा ने कहा, "बाद में मुझे पुलिस से एक और फोन आया कि मैडम ने जो पता और जानकारी दी थी वे फर्जी थे। अब मुझे 100 प्रतिशत यकीन हो गया कि कुछ गलत है।" पुलिस ने डिसूजा को पास के पुलिस स्टेशन में कार ले जाने के लिए कहा। डिसूजा ने कहा, "मैंने गूगल मैप देखा, लेकिन करीबी पुलिस स्टेशन पीछे था। वहां जाने के लिए यूटर्न लेना होता। अगर यूटर्न लेता तो महिला को सतर्क हो सकती थी। इसलिए मैंने ऐसा नहीं किया।"

डिसूजा ने कहा कि कर्नाटक में बोर्ड स्थानीय भाषा में होने के चलते वह समझ नहीं पा रहा था कि थाना कहां है। उसने एक रेस्तरां में कार रोकी और गार्ड से पूछा कि पुलिस स्टेशन कहां है। डिसूजा ने कहा, "फिर मैं कार में बैठा और पुलिस स्टेशन पहुंच गया। जैसे ही मैंने पुलिस स्टेशन में कार पार्क की, मैडम ने पूछा कि तुम मुझे यहां क्यों लाए हो? मैंने उन्हें बताया कि पुलिस से बहुत फोन आ रहे थे। वे आपसे बात करना चाहते हैं।"

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डिसूजा ने कहा, "मैंने कार पुलिस को सौंप दी। उन्होंने तलाशी ली तो बैग के अंदर बच्चे का शव मिला। मैडम पूरी यात्रा के दौरान शांत रहीं और कोई घबराहट नहीं दिखाई। उन्होंने न तो किसी को फोन किया और न ही कोई रिसीव किया, सिवाय एक कॉल के जो शायद सर्विस अपार्टमेंट से थी। जब शव बरामद किया गया तब भी वह शांत थी।"

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