बेंगलुरु के जेपी नगर में एक महिला ने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली। तीनों ने जानबूझकर खुद को बिजली का झटका लगाया, जिससे उनकी मौत हो गई।
बेंगलुरु। बेंगलुरु के जेपी नगर में कर्ज के जाल में फंसे एक परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली। तीनों ने जानबूझकर खुद को बिजली का झटका लगाया, जिससे सभी की मौत हो गई। इस घटना ने इलाके के लोगों को झकझोर दिया है।
मृतक महिला का नाम सुकन्या है। उसने अपने दो बच्चों (28 साल के निक्कित और निशित) के साथ जान दी। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार महिला ने एक निजी बैंक से लोन लिया था। कर्ज के पैसे के वसूली के लिए बैंक के कर्मचारी उसे प्रताड़ित कर रहे थे। इसी वजह से उसने यह कदम उठाया।
ऐसी जानकारी मिली है कि बैंक के कर्मचारी पैसे वसूलने के लिए महिला के घर आए थे। तीनों को डर था कि उन्हें पैसे के लिए और अधिक प्रताड़ित किया जाएगा। सुकन्या अपने घर में ट्यूशन क्लास चलाती थी। उसके पति जयानंद एक फैक्ट्री मैनेज करते थे। पिछले कुछ समय से परिवार को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। जयानंद को कारोबार में नुकसान हुआ था, जिससे दिक्कत और बढ़ गई थी।
तीनों ने जानबूझकर खुद को लगाया करंट
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे शवों और बंद कमरे के पास बिजली के तार मिले। पुलिस ने उनकी मौत से जुड़ी परिस्थितियों की जांच तेज कर दी गई है। पुलिस आत्महत्या की संभावना पर विचार कर रही है। पुलिस को शक है कि तीनों ने जानबूझकर खुद को करंट लगाया। पुलिस ने BESCOM अधिकारियों से हस्तक्षेप करने और लाइव वायर के झटके पर रिपोर्ट देने का अनुरोध किया है।
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निखित ने कुछ महीने पहले नौकरी छोड़ दी थी। लेनदार उन पर कर्ज चुकाने का दबाव बना रहे थे। मंगलवार को बैंक से दो लोग कर्ज के पैसे मांगने आए थे। परिवार किराये के घर में रहता था। वे लोग 15 साल से एक ही घर में रह रहे थे। उन्हें किराये के पैसे जुटाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा था। जयनगर एसीपी नारायण स्वामी और जेपी नगर इंस्पेक्टर राधाकृष्ण ने घटनास्थल की जांच की। FSL (Forensic Science Laboratory) की टीम ने सबूत जुटाए हैं।