बेंगलुरु दक्षिण : जिगनी पुलिस ने अवैध रूप से बेंगलुरु में रह रहे एक पाकिस्तानी नागरिक, उसकी बांग्लादेशी पत्नी सहित 22 लोगों के खिलाफ जांच पूरी कर 1,350 से ज़्यादा पन्नों की चार्जशीट अदालत में दाखिल की है। पाकिस्तानी नागरिक रशीद अली सिद्दीकी मामले का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड है। गिरफ्तार 22 आरोपियों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से एक मामले में 8 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्ची सहित कुल 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
तीन-चार साल पहले राज्य में आए पाकिस्तानी नागरिक मुस्लिम नाम की बजाय हिंदू नाम रखकर जिगनी में अवैध रूप से रह रहे थे। पाकिस्तानी नागरिकों की जानकारी सामने आने और जांच के दौरान कई अहम बातें सामने आईं। पुलिस ने पैसे के लेन-देन, अवैध रूप से भारत में घुसपैठ, नौकरी और धर्म प्रचार जैसे मामलों का खुलासा किया।
अवैध रूप से आए पाकिस्तानी नागरिक दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद सहित भारत के कई राज्यों में रह रहे थे। जांच में पता चला है कि उन्होंने दिल्ली में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और भारतीय पासपोर्ट बनवाए थे। बेंगलुरु दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के जिगनी और पीन्या में रह रहे आरोपी मेहंदी फाउंडेशन चलाते थे और यूट्यूब चैनल पर धर्म प्रचार करते थे। पुलिस ने इन मामलों की जांच की और पुख्ता सबूत इकट्ठा किए। तकनीकी सबूत, सीडीआर रिपोर्ट, रहने की जगह की जानकारी और यूट्यूब चैनल की जानकारी जुटाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में उन्हें आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
जिगनी पुलिस अगले पंद्रह दिनों में दूसरे मामले के 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। आरोपियों के फर्जी वीजा और पासपोर्ट रद्द करने का ज़िक्र करते हुए चार्जशीट तैयार कर अदालत में दाखिल की गई है।