
बेंगलुरु: मादनायकनहल्ली पुलिस ने गंगोंडनहल्ली के एक सुनसान इलाके में जली हुई हालत में मिले युवक के शव के मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है। पत्नी ने ही अपने पति की हत्या करवाई थी क्योंकि वह उसके अवैध संबंध में बाधा बन रहा था। इस मामले में पुलिस ने हत्या करने वाली पत्नी और दो युवकों को गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पहले गंगोंडनहल्ली के जंगली इलाके में एक अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ शव मिला था। शरीर पूरी तरह से जल जाने के कारण पहचान मुश्किल थी। लेकिन, मौके की जांच, तकनीकी सहायता और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने तेजी से जांच की और आरोपियों का पता लगा लिया।
पुलिस की जांच में पता चला कि मृतक यादगिरि जिले का रहने वाला बसवराज (28) था। वह अपनी पत्नी शरणम्मा के साथ तुगलूरपाल्या में एक किराए के मकान में रहता था। पुलिस के मुताबिक, शरणम्मा और बसवराज की शादी चार साल पहले हुई थी। बसवराज, वीरभद्र के पिता के पास राजमिस्त्री का काम करता था। इस दौरान, वीरभद्र कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरों की देखरेख करता था। इन्हीं मुलाकातों के बीच शरणम्मा और वीरभद्र के बीच अवैध संबंध बन गए। पुलिस ने बताया कि बाद में यह रिश्ता इतना गहरा हो गया कि वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। इस मामले में, मादनायकनहल्ली पुलिस ने आरोपी पत्नी शरणम्मा (25), उसके प्रेमी वीरभद्र (19) और शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले अनिल को गिरफ्तार किया है।
आरोपी वीरभद्र के पिता के पास यह जोड़ा राजमिस्त्री का काम करता था और वीरभद्र मजदूरों की देखरेख करता था। इसी दौरान वीरभद्र और शरणम्मा के बीच नजदीकियां बढ़ीं और अवैध संबंध बन गए। जब पति को इस बारे में पता चला तो घर में झगड़ा हुआ। इसलिए, करीब एक महीने पहले शरणम्मा और वीरभद्र ने बसवराज को मारने की योजना बनाई। 19 नवंबर की रात को हत्या की योजना को अंजाम दिया गया। उस दिन बसवराज शराब पीकर घर में सो रहा था। तभी शरणम्मा ने वीरभद्र को फोन करके घर बुलाया। वीरभद्र के घर में घुसते ही उसने एक भारी पत्थर से बसवराज के सिर पर वार कर दिया। इससे वह गिर पड़ा। वह तब भी अधमरा था। इसके बाद आरोपियों ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में, शव को ठिकाने लगाने के लिए वीरभद्र ने अपने दोस्त अनिल की मदद ली।
रात 12:30 बजे, जब सब सो रहे थे, तीनों ने शव को घर के पुराने कपड़ों में लपेटकर एक बड़े बैग में डाला और बाहर ले आए। उन्होंने एक लीटर पेट्रोल खरीदा। वे शव को गंगोंडनहल्ली के एक सुनसान इलाके में ले गए, उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आरोपियों ने सबूत मिटाने के इरादे से यह घिनौना काम किया। इस सब के बाद, शरणम्मा ने ब्याडरहल्ली पुलिस स्टेशन जाकर अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई, ताकि किसी को शक न हो। लेकिन तब तक पुलिस को हत्या की जानकारी मिल चुकी थी। बसवराज की हत्या के बाद आरोपियों द्वारा सफेद कार में शव ले जाने का फुटेज भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। मामला दर्ज करने के बाद, पुलिस ने तकनीकी सुराग, मोबाइल लोकेशन और स्थानीय जानकारी के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर मामले का खुलासा किया। पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है।