वैक्सीन का राजनीतिकरण हो रहा...भारत बायोटेक के एमडी ने कहा- मेरे परिवार का कोई भी किसी पार्टी में नहीं

भारत बायोटेक की वैक्सीन को मंजूरी तो मिल गई लेकिन उसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। आरोप लग रहे हैं कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का डेटा अब तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में वैक्सीन को मंजूरी क्यों दे दी गई? अब भारत बायोटेक के एमडी कृष्णा एला ने सामने आकर इन सवालों के जवाब दिए।

नई दिल्ली. भारत बायोटेक की वैक्सीन को मंजूरी तो मिल गई लेकिन उसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। आरोप लग रहे हैं कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का डेटा अब तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में वैक्सीन को मंजूरी क्यों दे दी गई? अब भारत बायोटेक के एमडी कृष्णा एला ने सामने आकर इन सवालों के जवाब दिए। 

एमडी कृष्णा एला की बड़ी बातें

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1- वैक्सीन का राजनीतिकरण हो रहा है: "अब वैक्सीन का राजनीतिकरण किया जा रहा है। मैं यह स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि मेरे परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।"

2- भारत सहित दूसरे देशों में क्लिनिकल ट्रायल: "हम सिर्फ भारत में क्लिनिकल परीक्षण नहीं कर रहे हैं। हमने ब्रिटेन सहित 12 से अधिक देशों में परीक्षण किए हैं। हम पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और अन्य देशों में क्लिनिकल परीक्षण कर रहे हैं। हम सिर्फ एक भारतीय कंपनी नहीं हैं, हम वास्तव में एक वैश्विक कंपनी हैं।"

3- हमारे पास वैक्सीन का जबरदस्त अनुभव: "हमारे पास वैक्सीन का जबरदस्त अनुभव है। हम 123 देशों में हैं। हम एकमात्र कंपनी है जिसे समीक्षा पत्रिकाओं में इतना व्यापक अनुभव और व्यापक प्रकाशन मिला है। "कई लोग कह रहे हैं कि हम डाटा को लेकर पारदर्शी नहीं हैं। मुझे लगता है कि लोगों को इंटरनेट पर पढ़ने के लिए धैर्य रखना चाहिए। हमने कितने लेख प्रकाशित किए हैं। 70 से अधिक लेख विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।"

4- एक हफ्ते में देंगे पूरा डेटा: "मेरेक इबोला वैक्सीन का ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल कभी पूरा नहीं हुआ, इसके बावजूद WHO ने उसे लाइबेरिया और गीनिया के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।" एल्ला ने कहा, "हमें एक हफ्ते का समय दीजिए। इस मसले पर हम आपको पूरा डेटा कंफर्म कर देंगे।"

5- कई लोग वैक्सीन को लेकर गॉसिप कर रहे हैं: "बहुत से लोग सिर्फ गॉसिप करते हैं। यह सिर्फ भारतीय कंपनियों के खिलाफ एक प्रतिक्रिया है। जो हमारे लिए सही नहीं है। हमारे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। यहां तक कि यूएस सरकार का कहना है कि यदि किसी कंपनी के पास अच्छी वैक्सीन का डाटा है तो मंजूरी दी जा सकती है। चरण -3 परीक्षण पूरा होने से पहले ही मेरेक इबोला वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिल गई। जॉनसन एंड जॉनसन ने 87 लोगों पर परीक्षण किया और आपातकालीन लाइसेंस मिल गया।"

6- हमने जो किया, वो अमेरिका में भी नहीं: "हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे पास दुनिया में एकमात्र बीएसएल -3 उत्पादन सुविधा है, यहां तक कि अमेरिका के पास भी नहीं है। हम यहां दुनिया के किसी भी हिस्से में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल में मदद करने के लिए हैं।"

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