
Bharat Taxi Cab Service: देश के गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मार्च 2025 में लोकसभा में सहकारी कैब सर्विस शुरू करने की बात कही थी। केंद्र सरकार अब इस योजना को जमीन पर उतारने जा रही है। इस योजना के तहत भारत टैक्सी (Bharat Taxi) नाम से देश की पहली को-ऑपरेटिव टैक्सी सर्विस लॉन्च की है। ये सेवा सीधे तौर पर प्राइवेट कैब ओला, ऊबर, रैपिडो जैसी कंपनियों को चुनौती देगी। बता दें कि इसे ‘सहकार टैक्सी को-ऑपरेटिव लिमिटेड’ की मदद से ऑपरेट किया जाएगा।
भारत टैक्सी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस प्लेटफॉर्म से होनेवाला पूरा मुनाफा टैक्सी ड्राइवर को ही मिलेगा। प्राइवेट कैब सर्विस में मुनाफे का करीब 25% हिस्सा कंपनी को जाता है और बाकी ड्राइवर को मिलता है। यानी इस योजना का मकसद ड्राइवरों को उनकी कमाई का पूरा हिस्सा देना है। इसके अलावा कस्टमर्स को एक विश्वसनीय और पारदर्शी कैब सर्विस भी मिल पाएगी।
भारत टैक्सी योजना के तहत, ड्राइवरों को सिर्फ एक मेंबरशिप फीस देनी होगा, जो डेली, वीकली या फिर मंथली हो सकती है। इसके अलावा हर एक बुकिंग पर ड्राइवर को कोई कमीशन नहीं लगेगा और उसकी पूरी कमाई जेब में जाएगी। इससे ड्राइवरों की कमाई बढ़ेगी।
भारत टैक्सी कैब सर्विस के ड्राइवरों को सारथी के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि योजना के लिए भारत टैक्सी कैब सर्विस को केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) ने मिलकर तैयार किया है। आईटी मिनिस्ट्री के मुताबिक, राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस विभाग और सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड के बीच एक MoU साइन हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत टैक्सी कैब को पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल नवंबर 2025 में दिल्ली से लॉन्च किया जाएगा। फर्स्ट फेज में करीब 650 टैक्सियों को इससे जोड़ा जाएगा। इसके बाद दिसंबर से इसे बढ़ाते हुए देश के कुछ और बड़े शहरों में चलाया जाएगा। फर्स्ट फेज में ही इस सर्विस से करीब 5000 सारथी शामिल होनेवाले हैं, जिनमें महिलाएं भी होंगी। मार्च, 2026 तक सरकार इसे देश के सभी बड़े शहरों में चालू करने की तैयारी कर चुकी है। वहीं, 2030 तक इसे शहरों के अलावा जिलों और तहसील स्तर तक भी पहुंचाने का लक्ष्य है।
इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता कर रहे हैं। बता दें कि Bharat Taxi App को एंड्रॉयड यूजर गूगल प्ले स्टोर से और आईफोन यूजर ऐपल स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। ये ऐप हिंदी, अंग्रेजी के अलावा गुजराती और मराठी भाषाओं में भी उपलब्ध है।