
मध्यप्रदेश के दक्षिणी इलाके में मौसम फिर बदल गया है। अरब सागर में सक्रिय सिस्टम के कारण राज्य के कई जिलों में बारिश, आंधी और गरज-चमक देखने को मिल रही है। दिवाली की रात जबलपुर में तेज बारिश हुई, जबकि मंगलवार को भोपाल और कई अन्य जगहों पर बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी हुई। कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है।
राजधानी में वायु प्रदूषण बढ़ने पर एमसीडी ने विंटर एक्शन प्लान लागू कर दिया है। इस योजना के तहत शहर के 12 जोनों में प्रदूषण के स्रोतों की पहचान, निगरानी और सख्त कार्रवाई तेज कर दी गई है। योजना में 379 निगरानी दल बनाए गए हैं, जिनमें 1,172 अधिकारी शामिल हैं। ये टीमें खुले में कचरा जलाने, निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट फेंकने, साथ ही सड़कों पर धूल फैलने जैसी गतिविधियों पर कार्रवाई कर रही हैं।
दिल्ली में ग्रेप-2 लागू है और हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। CPCB के अनुसार, आरके पुरम क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 380 मापा गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। दिवाली के बाद धुंध और स्मॉग के कारण हवा और भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है।
दिवाली के अगले दिन यानी मंगलवार को ट्रेनों में भीड़ थोड़ी कम रही। बरेली जंक्शन से गुजरने वाली ज्यादातर ट्रेनों में मारामारी जैसी स्थिति नहीं देखी गई। हालांकि, कुछ ट्रेनों में अभी भी सीटें पूरी भर गई हैं और नो रूम की स्थिति बनी हुई है। बुधवार से फिर ट्रेनों में भीड़ बढ़ने की संभावना है। रविवार तक यही हाल रहने की उम्मीद है। ऐसे में दिवाली मनाकर लौट रहे लोग और छठ पूजा के लिए घर जाने वाले यात्री परेशानी का सामना कर सकते हैं।
सोमवार रात करीब आठ बजे, अहमदनगर थरैसा गांव में दिवाली की आतिशबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच झगड़ा हो गया। शुरू में कुछ बच्चों के बीच बहस हुई, लेकिन बाद में बड़े भी इसमें कूद गए। मारपीट और पथराव के दौरान बच्चों और महिलाओं समेत लगभग छह लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। विवाद के कारण गांव में पुलिस और आरआरएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं। वहीं कुछ लोग दोनों पक्षों के बीच समझौते की कोशिश में लगे हुए हैं।