पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने मजदूर की बेरहमी से पिटाई किया है। उसने हाथ जोड़कर उनसे विनती किया कि वह चोर नहीं है लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की।
Kerala Mob Lynching of Bihar Worker: केरल के मल्लपुरम में एक गैर-केरलवासी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना मलप्पुरम के कोंडोट्टी की है। सीसीटीवी फुटेज में लिंचिंग न दर्ज हो इसलिए आरोपियों ने कैमरा ऑफ कर मजदूर की बेरहमी से पिटाई की। पोस्टमार्टम में मजदूर के साथ हुई क्रूरता सामने आई है। मलप्पुरम पुलिस ने लिंचिंग की पुष्टि की है। पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आठ आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। लिंचिंग का शिकार मजदूर बिहार का रहने वाला है।
हाथ जोड़कर विनती करता रहा लेकिन दिल नहीं पसीजा आरोपियों का...
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने मजदूर की बेरहमी से पिटाई किया है। उसने हाथ जोड़कर उनसे विनती किया कि वह चोर नहीं है लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। उसे बेरहमी से पीटा गया। पिटाई से गंभीर रूप से घायल मजदूर को 50 मीटर तक घसीटा गया। पुलिस के अनुसार मरणासन्न अवस्था में मजदूर अपने घर से करीब 300 मीटर दूर मिला। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस
मलप्पुरम पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। लिंचिंग का शिकार व्यक्ति बिहार का रहने वाला है। उसका नाम राजेश मांची बताया जा रहा है। मलप्पुरम एसपी सुजीत दास ने बताया कि 8 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस टीम उनके साथ साक्ष्य जुटा रही है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया है। इस मामले में किझिसरी के थवनूर के मुहम्मद अफसल, फाजिल, शराफुद्दीन, महबूब, अब्दुसमद, नसर, हबीब, जैनुल आबिद, अयूब को आरोपी बनाया गया है। उधर, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्रूर पिटाई के स्पष्ट सबूत मिले हैं जिसकी पुष्टि के लिए फोरेंसिक सर्जन और कोझिकोड से टीम ने इलाके का दौरा किया।
आरोपी कर रहे पुलिस को गुमराह...
लिंचिंग के इस केस के आरोपी यह कहकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि वह घर की छत से गिर गया था। हालांकि, पुलिस ने शक के आधार पर कार्रवाई शुरू की, इसके बाद पुख्ता सबूत जुटाने शुरू किए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके सीने और पेट पर गंभीर घाव मिले हैं। इसके अलावा पूरे शरीर पर बेरहमी से पिटाई के निशान मिले हैं। स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए सीसीटीवी फुटेज और वीडियो भी एकत्र किए गए। पुलिस उन फोटोज और वीडियोज को भी रिकवर करने में लगी है जिसमें घटना रिकॉर्ड है। हालांकि, बाद में आरोपियों ने उसे मोबाइल से डिलीट कर दिया था।
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