कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव पारित, भाजपा के एक विधायक ने भी किया समर्थन

केरल के भाजपा विधायक ओ राजगोपाल ने राज्य के विधानसभा में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव का समर्थन किया है। इस कदम ने केरल की राजनीति में काफी तनाव पैदा कर दिया है। प्रस्ताव को विधानसभा ने सर्वसम्मति से पारित किया है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 31, 2020 9:15 AM IST / Updated: Dec 31 2020, 02:46 PM IST

नई दिल्ली. केरल के भाजपा विधायक ओ राजगोपाल ने राज्य के विधानसभा में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव का समर्थन किया है। इस कदम ने केरल की राजनीति में काफी तनाव पैदा कर दिया है। प्रस्ताव को विधानसभा ने सर्वसम्मति से पारित किया है। 

मतदान के समय नहीं उठाई आपत्तियां

चर्चा के दौरान ओ राजगोपाल ने प्रस्ताव में कुछ संदर्भों पर अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ये कानून किसानों के लाभ और संरक्षण के लिए हैं। बिचौलियों और कमीशन एजेंटों के साथ दूर करने के लिए है। ये कानून किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने का अधिकार देते हैं। इन कानूनों का विरोध करने वाले लोग किसानों के हित के खिलाफ हैं। इन कानूनों की जरूरत है।

हालांकि बाद में मतदान के समय उन्होंने प्रस्ताव के खिलाफ आपत्तियां नहीं उठाईं। सत्र के खत्म होने के बाद राजगोपाल ने मीडिया से मुलाकात की और कहा कि वह प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, मैंने इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया क्योंकि लोगों की राय में इन मतभेदों को जानने की जरूरत नहीं है। आम सहमति यह है कि हम सभी को एक होना चाहिए। यह मेरी राय में एक लोकतांत्रिक सोच है।

यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी का यह आधिकारिक स्टैंड है, उन्होंने कहा कि यह पार्टी का स्टैंड नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा, ये समझौते लोकतांत्रिक प्रणाली का हिस्सा हैं। हमें अडिग नहीं होना चाहिए। हमें सर्वसम्मति के साथ जाना चाहिए। 

ओ राजगोपाल केरल विधानसभा में भाजपा के पहले और एकमात्र विधायक हैं। पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक राजगोपाल वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं।

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