आईटी मंत्रालय के अधिकारियों के साथ पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी पर 31 सदस्यीय संसदीय स्थायी समिति की बैठक थी।
नई दिल्ली। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस को हिंदी भाषी विरोधी बताया है। कहा कि टीएमसी को हिंदी भाषी लोगों से एलर्जी है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर असंसदीय टिप्पणी का आरोप लगाया है। माफी की मांग करते हुए दुबे ने कहा कि उनकी टिप्पणी बिहार के गौरव पर हमला है। निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि टीएमसी सांसद ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति की बैठक के दौरान उन्हें ‘बिहारी गुंडा’ कहा था।
बीजेपी सांसद दुबे ने ट्वीट किया कि मोइत्रा की ‘अपमानजनक भाषा’ ने उत्तर भारतीयों, विशेषकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति टीएमसी की नफरत को सामने ला दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने बिहारी गुंडा शब्द का इस्तेमाल करके बिहार के साथ-साथ पूरे हिंदी भाषी लोगों को गाली दी है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की इस गाली ने ममता बनर्जी की पार्टी की नफरत उत्तर भारतीयों और खासकर हिंदी भाषी लोगों के सामने देश के सामने ला दी है।
महुआ ने कहा-जो लोग उपस्थित नहीं थे उनको कुछ कैसे कहा
उधर, मोइत्रा ने कहा कि वह नाम-पुकार के आरोपों से खुश हैं। आईटी बैठक इसलिए नहीं हुई क्योंकि सदस्यों की अनुपस्थिति से कोरम पूरी नहीं हो सकी। जो मौजूद ही नहीं था उसे मैं कैसे नाम दूं !! सदस्यों की उपस्थिति रजिस्टर की जांच की जाए।
कोरम के अभाव में नहीं हो सकी थी बैठक
कोरम के अभाव में, आईटी मंत्रालय के अधिकारियों के साथ पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी पर 31 सदस्यीय संसदीय स्थायी समिति की बैठक नहीं हुई थी।
पैनल ने इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारियों को तलब किया था, लेकिन मानसून सत्र के कारण दोनों मंत्रालयों के अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हो सके।