भले ही सत्ता की लालसा, किसी भी तरह गद्दी हासिल करने के मोह और अपने भ्रष्टाचार में लिप्त वंशवाद की राजनीति को आगे ले जाने की छटपटाहट ने विपक्षी पार्टियों को एकता के नाम पर गठबंधन बनाने पर विवश किया है। उस गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा गया है।
I.N.D.I.A vs INDIA. अवसरवादी विपक्षी पार्टियों ने जो गठबंधन बनाया है, यह गठबंधन कभी भी असली India का सामना नहीं कर सकता। विपक्षी पार्टियों की I.N.D.I.A भ्रष्ट और वंशवाद की राजनीति को प्रतिनिधित्व करता है। एक तरफ I.N.D.I.A है जिसके सूत्रधार वे लोग व पार्टियां हैं जो भारत को टुकड़े-टुकड़े करने का सपना देखते हैं। जो जन गण मन को नहीं मानते हैं, जिन्हे वंदे मातरम और भारत माता की जय से नफरत है और दूसरी ओर असली India है जो देश को सर्वोपरि रखती है। देश हित में अपने सभी निजी स्वार्थों को परे रख देश की उन्नति और प्रगति के लिए निरंतर कार्य करती है।
I.N.D.I.A वालों को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं
I.N.D.I.A उन लोगों का एक समूह है जो दिन रात देश की सेना को गाली देते हैं। देश की सेना को बलात्कारी साबित करने के लिए मैनिफेस्टो लाते हैं, जिनको देश के संविधान, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्राणली पर कतई भरोसा नहीं है। I.N.D.I.A उन कुछ चुनिंदा लोगों की समूह है जो संवैधानिक संस्थाओं को पानी पी-पी कर कोसते हैं, जो विदेशों में जाकर देश को अपमान करते हैं और देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर उंगली उठाते हैं। लेकिन असली India उन करोड़ों भारतीयों की है जो तिरंगे को अपना आन, बान और शान मानते हैं, असली India उन जवानों की है जो देश की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए अपनी जान की कुर्बानी देते हैं। असली इंडिया उन लाखों खिलाड़ियों की है जो विदेशों में पदक जीत कर देश का झंडा बुलंद करते हैं और सभी देशवासीयों का सीना गर्व से चौड़ा कर देते हैं। I.N.D.I.A में वे लोग हैं जो अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों का नरसंहार करते हैं, अपने प्रतिद्वंदियों के बहन-बेटियों का बलात्कार करते हैं, अपने प्रतिद्वंदियों को जनरल डायर की तरह आदेश देकर मौत के घाट उतार देते हैं और गुंडागर्दी एवं जंगलराज से अपनी सत्ता को कायम रखना चाहते हैं। असली India में वे लोग हैं जो लोकतांत्रिक प्रक्रियों पर भरोसा रखते हैं, अपने प्रतिद्वंदियों को लोकतांत्रिक तरीके से मात देने में विश्वास रखते हैं।
विपक्ष का I.N.D.I.A तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ाता है
I.N.D.I.A में तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने वालों का बोलाबाला है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेसऔर समाजवादी पार्टी ने तुष्टिकरण की राजनीति में महारथ हासिल कर रखी है। कांग्रेस पार्टी का इतिहास ही रहा है तुष्टिकरण की राजनीति करना। कांग्रेस पार्टी ने अपनेकार्यकाल के दौरान कई ऐसे कदम उठाए जो सीधा एक विशेष समुदाय को धयान में रखा लिया गया था। देश के संविधान को दरकिनार कर कई ऐसे फैसले किए गए जिससे इनके वोटबैंक की राजनीति कायम रहे। तृणमूल कांग्रेस तो तुष्टिकरण की राजनीति के चलते अपने विरोधियों की हत्या तक करने से कतराती नहीं हैं। पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति इस कदर हावी है कि पिछड़ोंको दिए जाने वाला सभी आरक्षण के फायदे मुसलमानों को दिया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की पिछड़ों की लिस्ट में 95 प्रतिशत से ज्यादा मुसलमान हैं। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अपने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे अपराधियों को संरक्षण दिया। अपनी पार्टी में जगह दिया जिससे उत्तर प्रदेश विकास के रास्ते परचलने के बजाये अपराध के गिर्द में फंसा हुआ था।
विपक्ष का I.N.D.I.A.परिवारवाद की राजनीति करता है
वंशवाद, परिवारवादकी राजनीति करने वालों का एक कुनबा है विपक्ष का गठबंधन। चाहे बात कांग्रेस की हो या समाजवादी पार्टी की, चाहे बात डीएमके की हो या शिव सेना की, आरजेडी की हो या तृणमूल कांग्रेस की सबके सब वंशवादी पार्टियां हैं जिनका एक मात्र मकसद अपनी फॅमिली पॉलिटिक्स को किसी भी तरह जिन्दा रखना चाहते हैं। यह दल कभी भी असली INDIA का मुकाबला नहीं कर सकते जिसमे गरीब, किसान या एक साधारण परिवार में जन्मा व्यक्ति भी देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बन सकता है। असलीINDIA की जनता नेदेश को एक गरीब मां के बेटे को देश का प्रधानमंत्री बनाया और एक आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति। विपक्ष के I.N.D.I.A में सिर्फ वे नौजवान हैं जो चांदी की चम्मच लेकर जन्मे हैं और असली INDIA में मेहनती नौजवान है जो अपने मेहनत से अपना भविष्य बनाते हैं और देश के विकास में अपना योगदान देते हैं।
नोट- लेखक: सक्थिवेल, भाजपा राष्ट्रीय मीडिया विभाग से जुड़े हैं।
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