शुक्रवार को जयपुर में राहुल गांधी ने भारत सरकार को चीन के खतरे के प्रति साफ तौर पर आगाह किया था। गांधी ने आरोप लगाया कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और भारत सरकार इस पर सो रही है।
Indo-China Border faceoff: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत-चीन युद्ध के खतरे की अनदेखी वाली टिप्पणी पर बीजेपी ने पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी भ्रम फैलाने और सैनिकों का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं। यह जवाहर लाल नेहरू का 1962 का भारत नहीं है। यह मोदी का भारत है। यह नया भारत है और अगर इस देश के खिलाफ अब कोई आंख उठाकर भी देखता है तो उसको करारा जवाब मिलता है।
हम देश की हिफाजत करने में सक्षम
बीजेपी प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि मोदी के भारत में देख के खिलाफ आंख उठाने वाले को करारा जवाब मिलेगा, हम हर स्तर पर अपनी सुरक्षा करने में सक्षम हैं। राठौर ने कहा कि राहुल गांधी को लगता है कि चीन के साथ निकटता होनी चाहिए। अब उन्होंने इतनी निकटता विकसित कर ली है कि उन्हें पता है कि चीन क्या करेगा। अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने देश में भ्रम फैलाने और भारतीय सैनिकों को हतोत्साहित करने का काम किया है। यह उनके परदादा नेहरू का भारत नहीं है जिन्होंने चीन के हाथों 37,242 वर्ग किमी खो दिया था। राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राहुल गांधी को खुद को फिर से लॉन्च करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
राजीव गांधी फाउंडेशन चीन के कम्युनिस्ट पार्टी की पेरोल पर
राठौर ने कहा कि सोनिया गांधी का राजीव गांधी फाउंडेशन चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पेरोल पर है। कांग्रेस पार्टी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने दावा किया कि केंद्र में कांग्रेस की जब सरकार थी तो बड़ी संख्या में चीनी अतिक्रमण हुए थे। जबकि 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से सीमा के बुनियादी ढांचे पर खर्च में तीन गुना वृद्धि हुई है। देश अब अपनी सीमाओं और क्षेत्र की मजबूती से रक्षा कर रहा है।
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को चीन के प्रति चेताया
शुक्रवार को जयपुर में राहुल गांधी ने भारत सरकार को चीन के खतरे के प्रति साफ तौर पर आगाह किया था। गांधी ने आरोप लगाया कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और भारत सरकार इस पर सो रही है। सरकार खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं चीन के खतरे को बहुत साफ तौर पर देख सकता हूं। लेकिन सरकार इसे छिपाने और नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। सरकार यह सुनना नहीं चाहती है लेकिन उनकी (चीन की) तैयारी जारी है। तैयारी युद्ध के लिए है। यह घुसपैठ के लिए नहीं है बल्कि युद्ध के लिए है। यदि आप उनके हथियार पैटर्न को देखें तो साफ है कि वह युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। हमारी सरकार इसे छिपाती है और इसे स्वीकार नहीं कर पाती है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार इवेंट बेस्ड काम करती है न कि रणनीतिक तरीके से काम करती है।
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