सार

लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल की विवादित टिप्पणी के खिलाफ असम जातीय परिषद (एजेपी) के उपाध्यक्ष दुलु अहमद ने गुवाहाटी के हटीगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। लेकिन आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

Loksabha MP controversial remark: असम के सांसद ने सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के कथित लव जिहाद पर बयान पर पलटवार किया है। सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि मुसलमानों की तरह अधिक बच्चे पैदा करने के लिए हिंदुओं को कम उम्र में शादी करनी चाहिए। सांसद अजमल ने महिलाओं और हिंदू पुरुषों पर भी कथित विवादित टिप्पणी की है। सांसद के विवादित बयान के बाद कामरूप मेट्रोपॉलिटन की एक अदालत ने सांसद के खिलाफ गुवाहाटी पुलिस को एक्शन लेने व एफआईआर का आदेश दिया है। बदरुद्दीन अजमल, धुबरी के सांसद हैं। वह क्षेत्र में मौलाना के नाम से प्रसिद्ध हैं।

पुलिस ने नहीं सुना तो लगाई कोर्ट से गुहार

लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल की विवादित टिप्पणी के खिलाफ असम जातीय परिषद (एजेपी) के उपाध्यक्ष दुलु अहमद ने गुवाहाटी के हटीगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। लेकिन आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। कोर्ट को बताया गया कि 3 दिसंबर को हटीगांव पुलिस स्टेशन ने एफआईआर नहीं दर्ज की तो AJP नेता ने 6 दिसंबर को शिकायत के साथ गुवाहाटी पुलिस आयुक्त से संपर्क किया था, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद एजेपी उपाध्यक्ष ने असम के कामरूप मेट्रोपॉलिटन कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। कोर्ट ने मामले पर गंभीरता से सुनवाई करते हुए गुवाहाटी पुलिस को लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ महिलाओं और हिंदू पुरुषों पर उनकी कथित विवादास्पद टिप्पणी के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रांजीत हजारिका ने गुवाहाटी में हटीगांव पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कर रिपोर्ट करने का आदेश दिया है।

कोर्ट ने विवादित टिप्पणी पर एक रिपोर्ट भी मांगी

कोर्ट ने अपने आदेश में आयोजन समिति या एक अधीनस्थ अधिकारी को एआईयूडीएफ प्रमुख द्वारा कथित रूप से की गई विवादास्पद टिप्पणी की जांच करने और अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी कहा है। दरअसल, अजमल ने 2 दिसंबर को एक मीडिया हाउस के साथ एक interview में महिलाओं और हिंदू पुरुषों के साथ-साथ कथित रूप से 'लव जिहाद' पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया के रूप में टिप्पणी की थी। उन्होंने कथित तौर पर मुसलमानों की तरह अधिक बच्चे पैदा करने के लिए हिंदुओं को कम उम्र में शादी करने की सलाह दी थी।

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