
BJP President Election 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को अपने कई राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति (BJP State Presidents Appointment) करके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया को निर्णायक मोड़ पर पहुंचा दिया। भाजपा के संविधान के अनुसार, 37 में से कम से कम 19 राज्यों में अध्यक्षों का चुनाव जरूरी है। माना जा रहा है कि पार्टी मंगलवार तक इस आंकड़े को पार करने जा रही है। इसके बाद जेपी नड्डा (JP Nadda) के उत्तराधिकारी के चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा।
सोमवार को वी पी रामालिंगम (V P Ramalingam) को पुडुचेरी और के. बैइचुआ (K Beichhua) को मिजोरम का बीजेपी अध्यक्ष चुना गया। वहीं महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक-एक नामांकन दाखिल हुए हैं जिससे मंगलवार को उनका निर्विरोध चुनाव महज औपचारिकता रह गया है।
महाराष्ट्र में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष और चार बार के विधायक रविंद्र चव्हाण (Ravindra Chavan) का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। उत्तराखंड में मौजूदा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट (Mahendra Bhatt) फिर से अपनी नई पारी शुरू करेंगे।
तेलंगाना में रामचंदर राव (Ramchander Rao) और आंध्र प्रदेश में पी वी एन माधव (PVN Madhav) को अध्यक्ष चुना गया है। दोनों नेता संगठन के अनुभवी लेकिन पब्लिक में लो-प्रोफाइल माने जाते हैं। खास बात यह रही कि रामचंदर राव की नियुक्ति से तेलंगाना बीजेपी में भीतरखाने गुटबाजी सामने आई जिसके विरोध में कट्टर हिंदुत्ववादी नेता और विधायक टी राजा सिंह (T Raja Singh) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
कर्नाटक (Karnataka BJP) और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh BJP) जैसे बड़े राज्यों में भी जल्द ही अध्यक्षों की घोषणा हो सकती है। इससे जुलाई में जेपी नड्डा के उत्तराधिकारी के नाम का ऐलान आसान होगा।
भाजपा ने उत्तराखंड में ठाकुर सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के साथ संतुलन बनाते हुए ब्राह्मण नेता महेंद्र भट्ट को अध्यक्ष बनाया है। महाराष्ट्र में रविंद्र चव्हाण मराठा समुदाय से आते हैं। आंध्र में पिछड़ा वर्ग (Backward Classes) के माधव को अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है।
राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष (New BJP National President) की घोषणा जुलाई में संभावित है। यह प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय नेतृत्व की निगरानी में पूरी की जा रही है।