विपक्ष के कई नेताओं ने आईफोन पर आए हैकिंग अलर्ट (iPhone Hacking Claim) के बाद केंद्र सरकार पर जासूसी का दावा किया। वहीं केंद्र सरकार के सूत्रों ने अब जवाब दिया है।
iPhone Hacking Claim. विपक्षी दलों के कई नेताओं ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला किया है और उनके आईफोन की हैकिंग कर जासूसी का आरोप मढ़ा है। अब इस पर केंद्र सरकार के सूत्रों ने दावा किया है कि यह एप्पल के एल्गोरिदम की खराबी और मालवेयर अटैक की वजह से हुआ है। सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि इस तरह के आरोप बिना किसी आधार पर लगाए जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने भी विपक्षी नेताओं पर पलटवार किया है।
क्या है एपल आईफोन हैकिंग मामला
एपल आईफोन ने कई विपक्षी सांसदों को अलर्ट भेजकर जानकारी दी है कि उनके फोन को हैक करने की कोशिश की गई है। इस प्रकरण के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने नाराजगी जताई है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने तो लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग कर डाली है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने केंद्र की मोदी सरकार से सवाल किया है कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। कई नेताओं ने एपल के अलर्ट वाला स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया है और सरकार पर सीधा आरोप लगाया है।
आखिर एप्पल ने क्या अलर्ट भेजा है
एप्पल ने जो अलर्ट भेजा है, उसमें कहा गया है कि आपके फोन को हैक करने की कोशिश की गई है। मैसेज में साफ लिखा है कि स्टेट स्पॉसंर्ड अटैकर्स आपका आईफोन टारगेट कर रहे हैं। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ऐसे की अलर्ट की बात कही है। इस मामले में सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि विपक्षी सांसदों की सुरक्षा करें। साथ ही राजधर्म निभाने का भी अनुरोध किया जा रहा है। लेटर में गृह मंत्रालय के अधिकारियों को समन जारी करने की मांग की गई है क्योंकि यह सांसदों के विशेषाधिकार से जुड़ा मामला है।
बीजेपी ने क्या किया है पलटवार
भारतीय जनता पार्टी ने इस मसले पर मोहुआ मोइत्रा को कैश के बदले सवाल मामले से ध्यान भटकान की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने दावा कि खुद ही हैक कराने की कोशिश करके आरोप लगाए जा रहे हैं।
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