Bulli Bai के मास्टरमाइंड Niraj Bishnoi ने Delhi Police को दी सुसाइड की धमकी, Pakistani वेबसाइट भी कर चुका हैक

बुल्ली बाई मामले की जांच करते हुए, दिल्ली पुलिस ने पाया है कि नीरज बिश्नोई को 15 साल की उम्र से हैकिंग, वेबसाइटों को खराब करने की आदत है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 8, 2022 3:51 PM IST

नई दिल्ली। बुल्ली बाई एप (Bulli Bai App) कांड के मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई (Niraj Bishnoi) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) हिरासत में आत्महत्या करने की धमकी दी है। शुक्रवार को आईएफएसओ स्पेशल सेल (IFSO Special case) के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा (KPS Malhotra) ​​ने इसकी जानकारी देते हुए यह भी बताया कि आरोपी ने कबूल किया है कि वह 'सुल्ली डील' के क्रिएटर्स को जानता है। सुल्ली डील पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी की गई थी। उसने यह भी स्वीकार किया है कि उसके पास श्वेता सिंह (Shweta Singh) के यूजर अकाउंट तक पहुंच है। श्वेता को मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने अरेस्ट किया था।

पुलिस कर रही है विशेष निगरानी

पुलिस हिरासत में उसकी देखभाल कर रही है। डीसीपी ने कहा कि उनकी मेडिकल जांच की गई है। विश्नोई की हालत स्थिर और स्वस्थ हैं। पुलिस का मानना है कि आत्महत्या की धमकी उनकी मानसिक स्थिति के कारण हो सकती है या शायद वह जांच में देरी करना चाहता हो। 

विश्नोई ने बताया कि वह अरेस्ट लोगों के संपर्क में था

पुलिस के अनुसार विश्नोई ने बताया कि वह आभासी दुनिया में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों के संपर्क में था और ट्विटर ग्रुप चैट के माध्यम से चैट करता था। वह उन व्यक्तियों से कभी नहीं मिला था और यहां तक ​​​​कि उनके संपर्क नंबर भी नहीं थे। उन्होंने खुलासा किया था कि वह मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार श्वेता के ट्विटर अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था।

15 साल की उम्र में नीरज विश्नोई ने बेवसाइट हैकिंग सीखी

बुल्ली बाई मामले की जांच करते हुए, दिल्ली पुलिस ने पाया है कि नीरज बिश्नोई को 15 साल की उम्र से हैकिंग, वेबसाइटों को खराब करने की आदत है। दिल्ली पुलिस के अनुसार इससे पहले उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के स्कूलों और विश्वविद्यालयों की विभिन्न वेबसाइटों को हैक / विकृत किया था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि नीरज सुल्ली डील्स ऐप के निर्माता के संपर्क में भी था। 

पुलिस दावों की जांच में जुटी 

पुलिस ने कहा कि अपराधी की पहचान के लिए और तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा है। तकनीकी उपकरणों की फोरेंसिक जांच चल रही है। उसने कहा कि उसने अपराध में गुरुमुखी लिपि को चुना था क्योंकि उसे देवनागरी लिपि की तुलना में यह अधिक प्रभावशाली लगी थी।

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