CAA विरोधः ओवैसी बोले, ये देश बचाने की लड़ाई है लेकिन लोगों को गोली मारी जा रही है

ओवैसी ने शनिवार देर रात हैदराबाद के दारुस्सलाम में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से CAA के खिलाफ बीजेपी को संदेश देने के लिए अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कानून से मजहब को हटाया जाए और बाहर से आने वाले सभी लोगों को नागरिकता दी जाए।

Asianet News Hindi | Published : Dec 22, 2019 4:41 AM IST

हैदराबाद. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी विरोध के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार देर रात हैदराबाद के दारुस्सलाम में जनसभा को संबोधित किया। CAA और एनआरसी के विरोध में बुलाई गई रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर निशाना साधा साथ ही लोगों से CAA के खिलाफ बीजेपी को संदेश देने के लिए अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराने की अपील की। 

अपने घरों के बाहर लहाराए तिरंगा

रैली में आए लोगों से ओवैसी ने कहा कि आप लोग अपने-अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराएं। लोग नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में ऐसा करें। ये विरोध का संकेत होगा। AIMIM चीफ ने कहा कि लोगों को गोली मारी जा रही है जो सही नहीं है। मैं CAA से सिर्फ धर्म को हटाने की मांग कर रहा हूं। नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर और एनआरसी काला कानून है। पीएम मोदी को पता है कि हमारी अर्थव्यवस्था खराब हालत में है, लेकिन वह बेरोजगारी, जीडीपी और अर्थव्यवस्था पर बात नहीं करेंगे।


देश बचाने की लड़ाई है

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमारे घरों पर तिरंगा होना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के लिए संदेश होगा कि महात्मा गांधी और अंबेडकर का संदेश और संविधान अभी भी जिंदा है। ये मुसलमानों की लड़ाई नहीं है और इस लड़ाई में अकेले मुसलमान नहीं हैं। ये देश को बचाने की लड़ाई है।

धर्म के आधार पर नागरिकता क्यों

ओवैसी ने कहा कि बीजेपी टू नेशन थ्योरी की बात करती है। इतिहास में कमजोर पीएम मोदी और अमित शाह को मैं बताना चाहता हूं कि ये वही दारुस्सलाम मैदान है जहां पर जिन्ना ने एक सभा में हिस्सा लिया था। तब हमने उनकी मांग को ठुकरा दिया था। अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले लोगों को नागरिकता देने पर हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ये सिर्फ धर्म के आधार पर ही क्यों।

आजादी के 70 साल बाद उठ रहे सवाल 

AIMIM चीफ ने कहा कि बीजेपी हमें गद्दार कहती है, लेकिन बता दूं कि मैं जन्म से ही भारतीय हूं। आजादी के 70 साल बाद आप हमारे ऊपर सवाल उठा रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि मैं मोदी के समर्थकों को चेतावनी देता हूं कि उन्हें भी कतार में लगना होगा। ओवैसी ने कहा कि देश में सिर्फ 4 फीसदी लोगों के पास पासपोर्ट है। उन्होंने कहा कि एनपीआर, एनआरसी की शुरुआत है। असम में 5.40 लाख हिंदू बंगालियों को CAA के तहत नागरिकता मिल जाएगी, लेकिन मुस्लिमों को नहीं मिलेगी। ये लंबी लड़ाई होगी, हमें बिना हिंसा के 6 से 7 महीने तक प्रदर्शन करना होगा।

सीएम योगी बदला लेने की बात करते हैं 

ओवैसी ने कहा कि मारे गए लोगों पर मैं राजनीति नहीं करूंगा। यूपी में एक दिन में 12 लोगों की मौत हो जाती है, क्योंकि वहां के सीएम बदला लेने की बात करते हैं। हमें गांधी के बताए रास्ते पर सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी। बीजेपी की सरकार आने के बाद हमने लव जिहाद, घर वापसी और मॉब लिंचिंग के बारे में सुना। जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जो हुआ मैं उसकी निंदा करता हू। 30 जनवरी 2020, 23 मार्च और 14 अप्रैल को हम संविधान बचाओ दिवस के रूप में मनाएंगे। 

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