कर्नाटक के मंगलोर में नागरिकता कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद हुई पुलिस फायरिंग में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। वहीं, लखनऊ में एक व्यक्ति की मौत की खबर सामन आई है।
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में प्रदर्शन का दौर जारी है। इन सब के बीच कर्नाटक के मंगलोर में नागरिकता कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद हुई पुलिस फायरिंग में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। मंगलोर पुलिस कमिश्नर डॉ. हर्षा ने 2 मौतों की पुष्टि की है। मारे गए प्रदर्शनकारियों के नाम जलील (49) और नौसीन (23) है। मौजूदा हालात को देखते हुए पूरे मंगलोर में 22 दिसंबर मध्य रात्रि तक कर्फ्यू की मियाद बढ़ा दी गई है।
सीएम ने शांति बनाए रखने की अपील की
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि गलत तरीके से नागरिकता कानून के खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जो राजनीति से प्रेरित हैं. मंगलोर में हिंसक प्रदर्शन इसी वजह से हुआ है।
सैकड़ों लोगों को लिया गया हिरासत में
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को कर्नाटक के बेंगलुरू, कलबुरगी और शिवमोगा में प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों में इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी शामिल हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "तीन दिन से धारा 144 लागू होने के बावजूद कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठे होने की कोशिश कर रहे लगभग 300 प्रदर्शनकारियों को बेंगलुरू के टाउन हॉल में हिरासत में रखा गया है।"