कैश फॉर क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा को संसद की सदस्यता से निष्कासित करने की मांग की गई। संसद की एथिक्स कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश की और लोकसभा में इसे पास कर दिया गया। मोहुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है।
Cash For Query Row. कैश फॉर क्वेरी मामले में संसद की एथिक्स कमेटी ने शुक्रवार को लोकसभा में अपनी रिपोर्ट पेश की और महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश लोकसभा में पास हो गई। आरोप लगने के 54 दिनों बाद यह फैसला आया है। इससे पहले एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश की थी। बीजेपी नेता विजय सोनकर ने 104 पन्ने की रिपोर्ट पेश की है। इसमें महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया गया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने 15 अक्टूबर 2023 को महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछने का आरोप लगाया था। इस मामले में एथिक्स कमेटी ने सीबीआई जांच के साथ अपनी फाइइिंग्स का डिटेल में ब्यौरा दिया है।
संसद की एथिक्स कमेटी के सिफारिश की 10 बड़ी बातें
एथिक्स कमेटी ने पेश की 104 पन्नों की रिपोर्ट
संसदीय एथिक्स कमेटी ने संसद में 104 पन्नों की डिटेल रिपोर्ट पेश की है। इसमें महुआ मोइत्रा के विदेशी दौरों का पूरा ब्यौरा दिया गया है। महुआ मोइत्रा ने सैकड़ों बार दिल्ली से दुबई की यात्रा की। इतना ही नहीं लंदन, बांग्लादेश सहित दुनिया के कई देशों की यात्रा का पूरा विवरण एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दी है। कमेटी ने संसद की वेबसाइट पर लॉग इन के लिए सांसदों के दिए गए लॉग इन आईडी, पासवर्ड तीसरे व्यक्ति को देने का दोषी भी महुआ मोइत्रा को पाया है। जानकारी के लिए बता दें कि कमेटीके 6 सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में वोट किया है। जबकि कमेटी में शामिल चार विपक्षी सदस्यों ने इसका विरोध किया है।
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